छत्तीसगढ़ी भाषा में छप रहें है जन्म उत्सव के निमंत्रण पत्र-
मैं छत्तीसगढ़ के लईका आंव, छत्तीसगढ़ी म गोठियाहू...जइसे थीम में छप रहें है छट्टी जन्म उत्सव के कार्ड, छत्तीसगढ़ी भाषा के विकास में दे रहे है अपना योगदान
जनम उत्सव (छट्टी) कार्यक्रम म पहुंच के लईका ल अपन मया दुलार असीस देहु-
बिलासपुर । आजकल जन्म दिवस को स्पेशल बनाने के लिए विभिन्न प्रकार के आयोजन किये जा रहें है, इवेंट प्लानर के द्वारा लाखों का खर्चा किया जा रहा है, वहीं एक हो छत्तीसगढ़ी भाषा प्रेमी अपने बच्चे के जन्म दिवस के कार्ड छत्तीसगढ़ी भाषा में छपवा कर छत्तीसगढ़ी भाषा का प्रचार प्रसार कर रहें हैं, एक ऐसा ही जन्म उत्सव का कार्ड बिलासपुर जिले के साहित्यिक अनिल कुमार पाली ने अपने बेटे के जन्म दिवस के दिन पर छपवाया है, जिसमें पहले ही लाइन पर लिखा है मैं छत्तीसगढ़ के लईका आंव, छत्तीसगढ़ी म गोठियाहू। छत्तीसगढ़ के माटी म जनमे हंव, बस ऐखर गुन ल गांहु। इस तरह कार्ड में छत्तीसगढ़ी कविता के साथ सुरवात की गई है, इसके बाद जनम उत्सव छट्टी नेवता मयारू सगा को निमंत्रण दिया जा रहा है, इसके साथ ही छत्तीसगढ़ी के बहुत ही सुंदर शब्दों का चयन कर पूरा कार्ड डिजाइन किया गया है, जिसमे लिखा है कि हिरदय के गुरतुर भाव ले आप ल झारा-झारा नेवता नेवतत हन, खचित पहुंच के लईका ल अपन मया-दुलार असीस दुहु। इस तरह छत्तीसगढ़ी भाषा का बहुत ही अच्छा प्रयोग कर जन्म उत्सव के कार्ड को छपवाया गया है, इसी तरह आजकल शादी-बिहा का निमंत्रण भी छत्तीसगढ़ी भाषा में छपने लगा है।
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