छत्तीसगढ़ के हरेली तिहार

छत्तीसगढ़ म किसान मन के जबर हरेली तिहार के अवकाश सरकार ह ये बछर देहे


छत्तीसगढ़ अउ छत्तीसगढ़िया मन के पहली अवइया तिहार हरेली ल किसान मन के संगे-संग अब सब्बो मनखे मन मिलजुल के मनाथे, येखर सेती ये बछर हमर नवा सरकार ह घलोक छत्तीसगढ़िया मन के सम्मान म छत्तीसगढ़ के पहली तिहार हरेली के सरकारी छुट्टी पूरा राज्य म दे हे, जेखर ले नवा सरकार के प्रति छत्तीसगढ़िया मन के मान सम्मान ह अउ बढ़ाये हे, कई बछर ले सब्बो छत्तीसगढ़िया मन मिल के ये प्रयास करत रहिस हे कि पूरा छत्तीसगढ़ म हरेली तिहार के छुट्टी होवय, अउ ये महेनत ह रंग घलोक लाइस जब नवा सरकार ह ये बछर पूरा राज्य म हरेली के छुट्टी देके घोषणा करिस, अउ येखर सबले जादा श्रेय हमर छत्तीसगढ़िया भाई- बहनी मन ल अउ छत्तीसगढ़िया के सम्मान के खातिर लड़ाईया छत्तीसगढ़िया क्रांति सेना ल जाथे जेन मन ह सब्बो बछर छत्तीसगढ़िया के तिहार हरेली ल बढ़ धूम-धाम ले रैली निकाल के पूरा राज्य म मनायेबर सुरु करिन हे, अउ छत्तीसगढ़िया संस्करीति छत्तीसगढ़ी मनखे के सम्मान बर हमेशा लड़े बर तियार रहिन, हमर राज्य म हरेली तिहार कहे बर तो किसान मन के तिहार हे फेर हरेली तिहार ल पूरा छत्तीसगढ़िया मनखे मन अब सब्बो जगह बढ़ धूम-धाम ले मनाथे, जेमा छत्तीसगढ़ के पारंपरिक खेल गेड़ी नाचा के संग गली म नाचत झूमत घुमथे अउ कई किस्म के छत्तीसगढ़ी खेल-खेले के परपरा ल निभाथे, अउ अभी के बेरा म देखा जाये त हरेली तिहार ल शहर ले जादा गांव-गवाई म गांव के मनखे मन मनाथे, गांव सियान सियानीन किसान मनखे मन अपन खेती किसानी के बुता म लगने वाला सब्बो औजार ल बने धो मंज के पूजा-पाठ करे बर घर के दुवारी म मढ़थे अउ पूरा बछर बने-बने खेती किसानी होये के बने पानी बरसे के कामन ल मांगते जेखर ले सब्बे काम बुता ह बने- बने निपट जाये, तेखर बर भगवान ले वर मांगथे,

रचना
युवा कवि साहित्यकार
अनिल कुमार पाली, तारबाहर बिलासपुर छत्तीसगढ़

मो.न:- 772290664

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