![]() |
02 अक्टूबर गांधी जयंती विशेष स्वच्छ भारत, हमर भारत, |
स्वच्छता हमर पहिचान
स्वच्छता के लहर चलत हे, स्वच्छता के शोर।
साफ हो जाहि घर-अंगना, अउ साफ हो जाहि खोर।।
साफ करबो घर अंगना ल, संग म देस अउ राज।
मिलजुल के सब मेहनत करबो, बनहि स्वच्छ समाज।
स्वच्छता सब जग बगराबो, धरबो नवा धियान।
स्वच्छता हमर पहिचान, स्वच्छता हमर पहिचान।।
गंदगी के बाढ़ाय ले, हो जाहि बिनास।
स्वच्छता के आदत बनहि, होही हमर विकास।।
राग-द्वेष दुरिहा भगाबो, अउ गलती ल माफ।
बैर दुश्मनी घलो भगबो, अंतस होही साफ।।
साफ हो जाहि तन मन ह, अउ आहि नवा बिहान।
फेर गरब होही कहे म, स्वच्छता हमर पहिचान।।
-अमित कुमार
गाड़ाघाट-पाण्डुका, गरियाबंद
7771910692
0 Comments
अपने विचार सुझाव यहाँ लिख कर हमें भेजें।