अहिंसा के पुजारी हमर गांधी बबा, 02 अक्टूबर स्वच्छता दिवस

सत्य अउ अंहिसा के पुजारी रहिन गांधी बबा .....

युवा लेखक:- मोहन कुमार निषाद के बढ़ सुग्घर विचार गांधी बबा के संग म

आप सब जानत हव कोन रहिन गांधी बबा हर अउ देश ला आजाद करवाय बर कतका  उदीम करे हावय ,  अउ हमर देश के आजादी मा गांधी बबा  कतेक योगदान दे हवय ये सबो जिनिस ले आप सब भलीभाँति परचित हव आज गांधी बबा कोनो पहिचान के मोहताज नइये ।
हमर अपन देश के संगे संग विदेश के लोगन मनके घलो प्रिय रहिस हे गांधी बबा मन ।

गांधी जी के एके ठन उद्धेश्य रहिस हे जेन ला ओमन अपन जिनगी के आत्मासार मानय अउ ओखरे अनुसरण करत जिनगी के रसता मा आघू चलय मानो ओ कोनो छोटे मोटे शब्द नइ होके कोनो बड़का महामन्त्र रहिस गांधी जी हमेशा इही ला कहय  :- अहिंसा परमो धर्मः ।

उनकर जिनगी मा कतको उतार चढ़ाव आइस , कतको नवा - नवा चुनौती उंखर आघू मा खड़ा होइस , फेर गांधी जी थोड़को विचलित नइ होइन अउ हमेशा ड़ट के सामना  करत संघर्ष करत रहिके आघू बाढ़त गिन , कई बेर अंग्रेज मनके शासन काल मा (ओमन)  अंग्रेज मन गांधी बबा ला कई परकार के लालच देईन डराइन धमकाइन ।

 लेकिन गांधी बबा जी मन अपन विचारधारा ले टस से मस नइ होइन , उनकर कई झन संगी साथी रहिन आजादी के समय मा जेन मन सब अपन - अपन अलग अलग विचारधारा के रहिन , अउ अलग अलग विचारधारा होय के कारण ओमन दू ठन पार्टी मा बटगे ।

नरम दल अउ गरम दल , नरम दल के प्रमुख नेता रहिन गांधी जी मन , सबे झन लगे रहिन देश ला आजाद कराय बर अपन अपन हिसाब ले , लेकिन गांधी बबा जी जइसन कोनो अलग नइ कर पाइन , तेपाय के हमर सियानन मन घलो कई ठन सिखौना गोठ कहे हावय  :-

        काम बनै जब धीर मा , काबर जी खखवाय ।
       मनखे सिधवा गा बनव , काम सबे बन जाय ।।

गांधी बबा मन के  कहना रहिस हे कोनो भी काम ला हम जतेक शान्ति ढंग ले करथन ओ हर  ओतके सुग्घर सुगम अउ सुफल होथे ।

हमला कभू भी अपन काम ला बनाय खातिर अउ अपन स्वारथ ला पूरा करे खातिर बर कभू गलत रसता नइ पकड़ना चाही , काबर गलत काम के फल हर हमेशा गलते होथे ।
 गांधी बबा जी मन  कहय अगर कोनो हमला चाहे आघू ले अपन होके कतको उकसावय भड़कावय हमला जल्दीबाजी नइ करना चाही , ओला ओखर जुवाब समय आय मा ओला खुदे मिल जाही ।

अइसन सुग्घर अउ नेक विचारधारा के रहिन हे गांधी बबा जी मन ।
गांधी बबा जी ला नान्हे - नान्हे लइका मन बड़ पियारा रहिस हे ,
गांधी बबा एके ठन बात ला हमेशा कहय - लइका मनला अइसे  शिक्षा अउ संस्कार देना चाही , जीखर ले ओमन संसार के सबो धर्म अउ जाती मनके आदर करत ओमन ला सिखय अउ स्वीकार करके अपन जिनगी मा उतारय ।
          
  मयारू मोहन कुमार निषाद 
  लमती भाटापारा बलौदाबाजार (छ.ग.)
   मो . नं. 7999844633

Post a Comment

1 Comments

अपने विचार सुझाव यहाँ लिख कर हमें भेजें।