मंदहा मन के ऊपर,पूरा देश के अर्थव्यवस्था के बोझा रइथे ...…
मंदहा के परिस्थिति काबर डगमगा जथे।
सुते-सुते महुँ सोचत रहेंव ?
फेर कोरोना काल म समझ आईस ,
मंदहा मन के ऊपर ,पूरा देश के अर्थव्यवस्था के बोझा रइथे ..
तभे तो धारा 144 लगे ले कतको अमरजेंसी होजय,
एक्के तीर 4,5 झन खड़ा नई हो सकय, 4,5 झन एक्के तीर खड़ा होय ले धारा 144 नियम के उल्लंघन आउ कोरोना फैल जहि, तभो ले मंदहा अर्थव्यवस्थापक मन एक के ऊपर एक चढ़त हे भट्ठी मेर, नियम तो एहू हे एक मंदहा ल दूसर मंदहा ले कम से कम 6 फुट के दुरिहा म रहना हे , फेर उहला का फरक पड़ना हे, सरकार ह कइथे गमछा (मास्क) लगाना जरूरी हे,ओ मेर पुलिस आउ केमरा लगे हे तभो कोन देखही जी, अहि बीच म सरकार तक बोल दिच ,कोई चीज के रेट नई बढ़हय, अब मंदहा मन ल थोड़े अतका समझ म आहि,
60 के पउवा 80 होगे ,तभो ले एक्के दिन म 25 करोड़ रुपया के दारू भर गटक दिन जी, गुटका पाउच अचानक बन्द कर दिच केंद्र सरकार ह ,एती कतको झन के पेट फूल गे बिन गुड़ाखु के ,20 रुपया गुड़ाखु 350 रुपया म खरीद के गैस साफ करिन,
मंदहा के परिस्थिति काबर डगमगा जथे ?
फेर कोरोना काल म समझ आईस ,
मंदहा मन के ऊपर ,पूरा देश के अर्थव्यवस्था के बोझा रइथे ...
जोहार छत्तीसगढ़
परस राम(दिनेश)यादव, बिलासपुर छत्तीसगढ़
मंदहा के परिस्थिति काबर डगमगा जथे।
सुते-सुते महुँ सोचत रहेंव ?
फेर कोरोना काल म समझ आईस ,
मंदहा मन के ऊपर ,पूरा देश के अर्थव्यवस्था के बोझा रइथे ..
तभे तो धारा 144 लगे ले कतको अमरजेंसी होजय,
एक्के तीर 4,5 झन खड़ा नई हो सकय, 4,5 झन एक्के तीर खड़ा होय ले धारा 144 नियम के उल्लंघन आउ कोरोना फैल जहि, तभो ले मंदहा अर्थव्यवस्थापक मन एक के ऊपर एक चढ़त हे भट्ठी मेर, नियम तो एहू हे एक मंदहा ल दूसर मंदहा ले कम से कम 6 फुट के दुरिहा म रहना हे , फेर उहला का फरक पड़ना हे, सरकार ह कइथे गमछा (मास्क) लगाना जरूरी हे,ओ मेर पुलिस आउ केमरा लगे हे तभो कोन देखही जी, अहि बीच म सरकार तक बोल दिच ,कोई चीज के रेट नई बढ़हय, अब मंदहा मन ल थोड़े अतका समझ म आहि,
60 के पउवा 80 होगे ,तभो ले एक्के दिन म 25 करोड़ रुपया के दारू भर गटक दिन जी, गुटका पाउच अचानक बन्द कर दिच केंद्र सरकार ह ,एती कतको झन के पेट फूल गे बिन गुड़ाखु के ,20 रुपया गुड़ाखु 350 रुपया म खरीद के गैस साफ करिन,
मंदहा के परिस्थिति काबर डगमगा जथे ?
फेर कोरोना काल म समझ आईस ,
मंदहा मन के ऊपर ,पूरा देश के अर्थव्यवस्था के बोझा रइथे ...
जोहार छत्तीसगढ़
परस राम(दिनेश)यादव, बिलासपुर छत्तीसगढ़
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