बेटा मैं छत्तीसगढ़िया आँव



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      बेटा मय छत्तीसगढ़ीया अँव

 सिधवा बर हम सिधवा भाई 
 हितवा के मय हितवा अँव
 छत्तीसगढ़ महतारी के दुलरवा 
 बेटा मय छत्तीसगढ़ीया अँव 

हित मित अऊ दया मया के 
सुघ्घर  हमर  नाता  हे 
कोयली कस मिठ बोली हमर
गुरतुर  हमर  भाखा  हे 
कोनो हमला सरगुजिया कईथे
मनखे मय रायगढिया अँव 
छत्तीसगढ़ महतारी के दुलरवा  
बेटा मय छत्तीसगढ़ीया अँव 

दुख पिरा बर संगी साथी 
सुनता के जोत जलाथन 
गिरे परे हपटे मनखे बर 
रस्ता ल सुघ्घर बनाथन 
कोनो हमला बस्तरिया कईथे
मनखे मय नवगढिया अँव 
छत्तीसगढ़ महतारी के दुलरवा 
बेटा मय छत्तीसगढ़ीया अँव 

हितवा बर हम हितवा संगी 
प्यासे बर तरीया नदिया अँव 
झन देखाय कोनो आँखी हमला 
नही त डोमी करिया अँव 
कोनो हमला रायपुरिया कईथे 
मनखे मय बिलासपुरिया अँव 
छत्तीसगढ़ महतारी के दुलरवा 
बेटा मय छत्तीसगढ़ीया अँव 

धरती दाईं के रतन बेटा 
माटी  के  गुन  ल गाथन 
नागर बैईला संग धरे तुतारी 
धरती दाई के सेवा बजाथन 
कोनो हमला लहरिया कईथे
मनखे मय नगरिया अँव 
छत्तीसगढ़ महतारी के दुलरवा 
बेटा मय छत्तीसगढ़ीया  अँव 

  ✍रचनाकार - अनिल जाॅगडे 
     भैसबोड बिल्हा (बिलासपुर )

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1 Comments

  1. बेहतरीन रचना है साहब जी हार्दिक बधाई एवं शुभकामनाएं।

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