मेरा मन जब तेरे बारे में सोचता है





मेरा मन

जब तेरे बारे में सोचता हूं न, 
तो बस दर्द महसूस होता है।

पर हर बार ये सोच कर मुस्कुरा देता हूं,
की मेरे दर्द से बड़ी तेरी खुशी मुझे पसंद है।

वजा चाहे जो कुछ भी हो, तेरे बिछड़ने की।
प्यार तो तुझसे उम्र भर रहेगा ही।

कितना मिटाऊंगा न जाने इन दूरियों को,
मेरे प्यार के बने पुल से,,

फिर भी आँशुओ का शैलाब है कि, 
रोज उन्हें तोड़ने में लगा रहता है।

हमेशा हँसते रहो।

अनिल कुमार पाली, तारबाहर बिलासपुर छत्तीसगढ़

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