आजादी के लड़ाई म छत्तीसगढ़ ले अहम भूमिका निभाये रिहिस हे वीर नारायन

छत्तीसगढ़ के पहली बीर सहीद बीर नारायन सिंह महान योद्धा रिहिस हे-


आजादी के लड़ाई म छत्तीसगढ़ ले अहम भूमिका निभाये रिहिस हे वीर नारायन


दु घव मौत के सजा पाने वाला छत्तीसगढ़ के पुरखा सहीद बीर नारायन सिंह-

भारत देस के आजादी बर लड़त-लड़त सहीद होवइया छत्तीसगढ़ के पुरखा छत्तीसगढ़ के माटी ले जनमे सोनाखान के जमीदार बीर नारायन सिंह रिहिस हे दमदार योदधा, अंग्रेज हुकूमत के धुर्रा छोड़ाए बर अकेला अंग्रेज हुकूमत ले लड़े  बर भीड़ गे रिहिस हे। 1857 के लड़ाई के बेरा म भारत देस के आजादी बर जब पूरा देस म आजादी के अगी फईलत रहिस हे त छत्तीसगढ़ म छत्तीसगढ़ महतरी के सपूत बीर नारायन ह ऐखर जिम्मा उठाए रहिस हे, बीर नारायण ह अंग्रेज हुकूमत ले लड़े बर गांव के मनखे मन संग मिल के एक सेना तइयार करिस जिनखर संग मिल के अंग्रेज मन से ओखर अतयाचार के विरुद्ध लडिस।

जेन बेरा सोनाखान के गांव म अकाल के इसतिथी रिहिस हे तेन बेरा म उंहा के मनखे मन बिना चउर के तड़पत रिहिस, ओखर बाद भी बईमान बयपारी मन गरीब किसान मन ल चाउर दे बर मना कर दिस तब बीर नारायण सिंह ह गरीब किसान मन के पीरा ल देख के बईमान बयपारी के चाउर भंडार ल लूट के मनखे मन म बांट दिस अउ बयपारी मेर से ओतके चाउर लूटिस जेतक मनखे मन ल जरूरत रिहिस हे। जेखर बाद से अंग्रेजी हुकूमत के आँखी म कंकरा असन गड़े ल सुरु होगे, ऐखर संग म बयपारी के कोती ले ससित अंग्रेज अधिकारी मेर नारायन सिंह के सिखाया करे गीस जेखर से अंग्रेजी हुकूमत ह उंखर विरुध चोरी अउ डकैती के केस बना के पकड़े के आदेस जारी कर दिन।

गिरफ्तारी के वारेनट जारी होये के बाद नारायन सिंह ल अंग्रेजी सेना मन 1856 म गिरफ्तार करिस, फेर भूख के पीरा ले जेन किसान मन ल अनाज लूट के दिए रहिस हे ओखर संगे-संग सोनाखान के मनखे मन नारायन के जेल जाए ले अब्बड़ दुखी होंगे रहिस हे जेखर बाद देस म अंग्रेजी हुकूमत के खिलाफ बगावत पूरा देस म सुरु होते रहिस हे ऐखरे फायदा उठा के संबलपुर के राजा सुरेंद्र साय के मदद ले जेल ले बाहिर लाये के योजना बनाइस अउ नारायन सिंह ल जेल ले भगवाये के योजना सफल घलोक होगे, जेखर बाद अंग्रेजी हुकूमत के करेजा म अगी लग गे अउ अंग्रेजी हुकूमत ह नारायन सिंह ल पकड़े बर एक बड़े सेना ल भेजिस।

जेल ले भागे के बाद नारायन सिंह ह अंग्रेजी हुकूमत ले लड़े बर एक बड़े सेना के निरमान करिस अउ अपन पूरा ताकत ले अंग्रेज मन के खिलाफ लडिस, एही बीच म पीरा के गोठ ये होइस के नारायन सिंह के कका ह अंग्रेजी हुकूमत के संग दे के नारायन सिंह के खिलाफ होंगे जेखर से अंग्रेज मन ल अउ पंदोली मिल गे जेखर से पूरा सोनाखान क्षेत्र ल घेर के नारायन सिंह ल पकड़े म आसानी होंगें।

नारायन सिंह के गिरफ्तारी होये के बाद अंग्रेज हुकूमत ह विद्रोह ल दबाये बर नारायन सिंह ल मारे के सजा सुनाईस जेखर बाद रइपुर के जयस्तंभ चउक म छत्तीसगढ़ के बेटा ल फाँसी दे दीन, अउ  अंग्रेजी हुकूमत के जुल्म ह उंखर मौत के बाद भी कम नई होइस, फाँसी दे के बाद उंखर काठी ल तोप म बांध के उड़ा दीस, जेखर बाद से छत्तीसगढ़ के सब्बो कोती अंग्रेज मन के खिलाफ विदरोह सुरु होये ल धर लिस।

अनिल कुमार पाली
तारबाहर बिलासपुर

Post a Comment

0 Comments