शिर्षक:- लजावव झन
बोलव छत्तीसगढ़ी,लजावव झन
लिखव, पढ़व गुनव एला गंवावव झन
अपन महतारी भाखा म गरब करे जाथे
छत्तीसगढ़िया हरव,अपन पहिचान छुपावव झन
पर के बोली, पर के भाखा
एमा तुम मिंझारव झन
हमर भाखा कतका गुरतुर हे
हिंदी अंग्रेजी म बड़बड़ावव झन
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कका कहव, काकी कहव
अंकल आंटी म भुलावव झन
भाटो कहे ले मया बाढ़थे
जीजा कहीके मारव झन
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बड़ मीठ भाखा हमर छत्तीसगढ़ी
करगा कस एला छांटव झन
एला पढ़व एला गोठियावव
पर भाखा संग सांटव झन
पर भाखा संग सांटव झन।
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बोलव छत्तीसगढ़ी लजावव झन।।
लिखइया:- नागेश वर्मा
@Chhattisgarhiyaa_babu
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