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Internet ke question online classes computer systems
सभी प्रश्नों के उत्तर देना अनिवार्य है।।
1. पूर्ण रूप लिखिए। (05)
1. SAGE
2.XNS
3.VSNL
4.URL
5. ISP
2. रिक्त स्थानों की पूर्ति कीजिये। (05)
1. URL के .............. भाग होते है।
2. फेसबुक .............. सन में बनाया गया था।
3. ऑरकुट ...…........... को स्थापित किया गया था।
4. याहू एक..…........... है।
5. गूगल एक ............. है।
3.लघु उत्तरीय प्रश्न। (15)
1. वेबसाइट किसे कहते है। उदाहरण दीजिये।
उत्तर:-
2. डोमेन नाम क्या ह और कितने प्रकार का होता है।
उत्तर:-
3. URL क्या ह और इसे कितने भागो में बाटा गया है।
उत्तर:-
4. किन्ही 7 कंट्री कोड डोमेन का नाम बताइये।
उत्तर:-
5. Email में cc और bcc क्या होता है।
उत्तर:-
4. दीर्घ उत्तरीय प्रश्न-(25)
1. वीडियो चैटिंग क्या है इसके तरीके को समझाइये।
उत्तर:-
2. सर्च इंजन क्या है किन्ही 2 सर्च इंजन को समझाइये।
उत्तर:-
3. वेब ब्राउज़र क्या है। 2 उदाहरण देकर समझाइये।
उत्तर:-
4.Email क्या होता है और Email बनाने की प्रक्रिया को समझाइये।
उत्तर:-
5. इंटरनेट के विकाश को अपने शब्दो मे समझाइये।
उत्तर:-
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88 Comments
Answer no 1
ReplyDeleteSAGE :- Semi automatic ground environment .
XNS. :- Xerox network services
VSNL:- videsh sanchar nigam limited .
URL :- .Uniform Resources Locator
ISP :- internet service provider
ANSWER NO 2
ReplyDelete1. तीन
2. 2004
3. 4 September 1998
4. Search engine
5. Search engine
1.
ReplyDelete1.sage- security algorithm group of experts
2.xns- xeroX network services
3.vsnl- videsh sanchar Nigam limited
4url- uniform resource locator
5.isp- internet service provider
Janki thakur
Answer no 3(1)
ReplyDeleteबहुत सारे Webpages के Collections को Website कहते हैं. यह भी कहा सकते हैं एक website या site एक एसा Location हैं जहाँ बहुत सारे webpages को रखा जाता है। Ex. Wikipedia
उत्तर क्रमांक - 01
ReplyDelete1. SAGE - Semi - Automatic Ground Environment.
2. XNS - Xerox Network System.
3. VSNL - Videsh Sanchar Nigam Limited.
4. URL - Uniform Resource Locator.
5. ISP - Internet Service Provider
Nirmla sahu
ITI magarlod
2.
ReplyDelete1. 4
2. फरवरी 2004
3.24जनवरी 2004
4.सर्च डायरेक्ट्री
5.लोकपिय सर्च इंजन
Janki thakur
Answer no 3 (2)
ReplyDeleteइंटरनेट मे वेबसाइट या ब्लॉग की पहचान के लिए एक नाम होना चाहिए जिसे हम डोमेन नाम (domain name) कहते है इसी डोमेन नाम से वेबसाइट की पहचान होती है ये दो प्रकार का होता है।
Answer no 3 (3)
ReplyDeleteURL किसी भी वेबसाइट तक पहुँचने का एक आसान रास्ता होता है। यदि किसी भी वेबसाइट पर आसानी से पहुँचना चाहते है तो एक चीज़ बहुत ही ज्यादा ज़रुरी है, और यह चीज़ उस वेबसाइट का यूआरएल एड्रेस होती है।
URL तीन भागों से मिलकर बनता है जो इस प्रकार है:
1.इसमें पहला भाग एक Protocol Identifier होता है, जो यह बताता है की कौन सा प्रोटोकॉल उपयोग किया जा रहा है।
2.दूसरा भाग एक Domain Name होता है जो यह बताता है की कौन से सर्वर से डाटा अर्थात Resource को लाना है।
3.URL में तीसरा भाग डॉक्यूमेंट का Path और Name बताता है।
3.पेजो या डॉक्युमेंट को हाइपरलिंक द्वारा इंटरकनेक्ट किया जाता हैं।इंटरकनेक्टड पेजों को वेब पेज कहा जाता है और इन्हीं वेब पेज के समूह को वेब साइट कहा जाता हैं।
ReplyDeleteJanki thakur
Answer no 3 (4)
ReplyDelete1 .ad
Andorra
2 .ae
United Arab Emirates
3 .af
Afghanistan
4 .ag
Antigua and Barbuda
5 .ai
Anguilla
6 .al
Albania
7 .am
Armenia
Answer no .3(5)
ReplyDeleteBCC में ईमेल का Reply छुप जाता है। जब ईमेल की कॉपी एक से ज्यादा व्यक्ति को भेजना हो और साथ ही सबको पता रहे की Mail किस-किस को भेजा गया है तो CC का इस्तेमाल करते है। BCC में यह होता है की आपने जिसे ईमेल भेजा है उसे यह नहीं पता चले की यह ईमेल और किसी को भी भेजा गया है।
Answer no 4(1)
ReplyDeleteVideo chat Internet connection का इस्तमाल करता है, और sometimes इसे VoIP कहा जाता है. ... इस Phone Call में audio के साथ साथ video को transmit किया जाता है, जिसमें sender और receiver दोनों एक दुसरे को सामने से देख और बातचीत कर सकते हैं. For example . WhatsApp video chat
Intragram video chat
Duo video chat
Face book video chat
Snap chat
Answer no 4(2)
ReplyDeleteसर्च इंजन एक एसा प्रोग्राम है जो इन्टरनेट के असीमित डेटाबेस से यूजर के सवाल को खोजता है और उसके संभंधि जो जानकारी मिलती है उसको सर्च रिजल्ट पेज में दिखाता है. जैसे Google करता है. हर सवाल को world wide web में सर्च किया जाता है.
Yahoo:-
याहू को 1995 में लांच किया गया था और आज Yahoo, Google और Bing के बाद सबसे ज्यादा search किया जाने वाला Search Engine है. Yahoo को आप Search Engine से ज्यादा एक directory मान सकते है, क्योंकि याहू सर्च के अलावा अपने यूजर्स को 40 से अधिक सेवाएं देता है.
Google :-
Google इंटरनेट पर उपलब्ध सभी Database और Website में से आपके Search किये गए Keyword को Match करेगा! और उससे संबंधित सभी Data को अपने Result page पर उसकी Search Ranking के हिसाब से दिखायेगा!
उत्तर क्रमांक - 03
ReplyDelete1. वेबसाइट - पेजिज या डॉक्यूमेण्टस को हाइपरलिंक्स द्वारा इंटरकनेक्ट किया जाता है। इंटरकनेक्टड पेज को वेबपेज कहा जाता है ।और इन्हीं वेब पेज के समूह को वेबसाइट कहा जाता है ।
उदाहरण - Yahoo, Google , Bing, सर्च इंजन है।
2. डोमेन नेम - डोमेन नेम सिस्टम का कार्य इंटरनेट के आईपी एड्रेस और नामों की सूचना रखना है ।जैसे ही कोई नाम कंप्यूटर से जुड़ने के लिए कहता है ,तो सबसे पहले डोमेन नेम सिस्टम उस विशेष नाम को एड्रेस ढूंढता है।
डोमेन नेम दो प्रकार के होते हैं।
1. जेनेरिक टॉप -लेवल डोमेन
2. कण्ट्री कोड टाप - लेवल डोमेन
3. यूनिफॉर्म रिसोर्स लोकेटर- URL
इंटरनेट पर किसी सर्वर या सेवा के नाम को व्यक्त करने वाला पता URL कहलाता है ।या एक निश्चित मापक है ,जो किसी सूचना को इंटरनेट पर व्यक्त करता है।
URL के चार भाग होते है।
1.प्रोटोकाल
2. सर्वर नेम
3 .फाइल नेम
4. फाइल पार
Nirmla sahu
ITI magarlod
3.
ReplyDelete2. डोमेन नेम सिस्टम का कार्य इंटरनेट के आईपी एड्रेस और नामो की सूचना रखना है। जैसे ही कोई नाम कम्प्युटर से जुड़ने के लिए कहता है, तो सबसे पहले डोमेन नेम सिस्टम उस विशेष
नाम का एड्रेस ढूंढता है और फिर उस
आईपी एड्रेस के कम्प्युटर का इटइंटर
से समर्पक बनाया जाता हैं।
डोमेन नेम दो वर्गों में बांटा हैं
1.जेनेरिक टाप - लेवल डोमेन
2.कण्टी कोड टाप -लेवल डोमेन
Janki thakur
Answer no 4(3)
ReplyDeleteweb का मतलब होता है Internet और browser का मतलब होता है ढूँढना, तो इस शब्द का पूरा मतलब है की internet की दुनिया में जाकर किसी भी विषय के बारे में ढूँढना. दुनिया के किसी भी कोने में रह रहे लोगों को हर चीज का ज्ञान मिले इसलिए web browser को बनाया गया है.
Types of web browser
1. Internet explorer
Internet Explorer Browser Windows OS का उपयोग करने वाले User का Default Browser होता है. इसे सिर्फ IE के नाम से भी जाना जाता है. IE Browser को एक Secure & Fast Browser माना जाता है. Internet Explorer को Microsoft Corporation द्वारा बनाया गया है
2.mozilla firefox
ओपन सोर्स वेब ब्राउजर है. जिसका इस्तेमाल इंटरनेट और आपके कम्प्युटर में मौजूद वेब पेजों को पढने के लिए किया जाता है. वेब पजों को पढने के अलावा फायरफॉक्स द्वारा इंटरनेट पर जानकारी भी सर्च की जा सकती है.
3.
ReplyDelete3.url- इंटरनेट पर किसी सर्वर या सेवा
के नाम को व्यक्त करने वाला पता
URL कहलाता है। यह एक निश्चित मापक है, जो किसी सूचना को इंटरनेट व्यक्त करता है। URL ke 4 भाग होते हैं
1. Protocol
2.server name
3.file name
4.file path
Janki thakur
Ans. No.01
ReplyDelete01. SAGE-SECURITY ALGORITHMS GROUP OF EXPERTS
02. XNS - XEROX NETWORK SERVICE
03. VSNL - VIDESH SANCHAR NIGAM LIMITED
04. URL- UNIFORM RESOURCE LOCATOR
05. ISP - INTERNET SERVICE PROVIDER
ANS. NO.02
01. चार भाग
02. 2004
03. 22 जनवरी 2004
04. सर्च डायरेक्ट्री
05. सर्च इंजन
पुष्पजीत साहू
I.T.I. Magarlod
Ans. No. 03
ReplyDelete01. पेजिज़ या डॉक्युमेण्ट्स को हाइपरलिंक्स द्वारा इण्टरकनेक्ट किया जाता है । इण्टरकनेक्टेड पेजिज़ को वेब पेजिज़ कहा जाता है और इन्हीं वेब पेजिज़ के समूह को वेबसाइट कहा जाता है। उदा. - www.google.com
पुष्पजीत साहू
I.T.I. Magarlod
उत्तर क्रमांक - 03
ReplyDelete4. 7 कंट्री डोमेन नेम -
डोमेन नेम - प्रयोग करने वाले देश
1 .at. - Austria
2 .au - Australia
3 .br - Brazil
4 .ca - Canada
5 .dk - Denmark
6 .dm - Dominica
7 .dz - Algeria
5. Email में cc व bcc -
1 Cc ( carbon copy) - कार्बन कापी को अन्य रेसिपिएंट को भेजा जाता है तथा TO रेसिपिएण्ट को यह सूचना दे दी जाती है कि इस ई-मेल की कॉपी अन्य किन किन व्याक्तियों को भेज दी गई है।
2. Bcc ( Blind carbon copy) - इस फीचर में To तथा Cc रेसिपी एण्ट को यह पता नहीं होता की Bcc किन-किन यूजरों को भेजी गई है ई-मेल में Ccतथा Bccदोनों विकल्पों का प्रयोग वैकल्पिक होता है।
Nirmla sahu
ITI magarlod
Ans. No.03
ReplyDelete02. डोमेन नेम सिस्टम एक प्रकार के बड़े कम्प्युटर होते हैं, जिनका कार्य इंटरनेट के आइपी एड्रेस और नामों की सुचना रखना है। जैसे ही कोई नाम कम्प्युटर से जुड़ने के लिए कहता है, तो सबसे पहले डोमेन नेम सिस्टम उस विशेष नाम का एड्रेस ढूँढता है और फिर उस आइपी एड्रेस का कम्प्युटर के इंटरनेट से संपर्क बनाया जाता है। डोमेन नेम के दो प्रकार :-
१. जेनेरिक टॉप लेवल डोमेन
२. कण्ट्री कोड टॉप लेवल डोमेन
पुष्पजीत साहू
I.T.I. Magarlod
Ans. No.03
ReplyDelete03. इंटरनेट पर किसी सर्वर या सेवा के नाम को व्यक्त करने वाला पता URL कहलाता है। यह एक निश्चित मापक है जो किसी सूचना को इंटरनेट पर व्यक्त करता है। URL के चार भाग होते हैं :-
१. प्रोटोकॉल
२. सर्वर नेम
३. फाइल नेम
४. फाइल पाथ
पुष्पजीत साहू
I.T.I. Magarlod
उत्तर क्रमांक - 02
ReplyDelete1. चार भाग
2. 2004
3. 24 जनवरी 2004
4. Search engine
5. Search engine
Nirmla sahu
ITI magarlod
Ans. No.03
ReplyDelete04. डोमेन कण्ट्री नेम
1. australia - .au
2. brazil - .br
3. canada - .ca
4. egypt - .eg
5. spin - .es
6.hong kong - .hk
7. france - .fr
पुष्पजीत साहू
I.T.I. Magarlod
Ans. No.03
ReplyDelete05. ईमेल में
cc- इस फीचर के द्वारा ई-मेल की कॉपी अर्थात् कार्बन कॉपी को अन्य रेसिपिएण्ट को भेजा जाता है तथा To रेसिपिएण्ट को यह सूचना दे दी जाती है कि इस ई-मेल की कॉपी अन्य किन-किन व्यक्तियों को भेज दी गई है।
bcc- इस फीचर में To तथा cc रेसिपिएण्ट को यह पता नहीं होता कि bcc किन-किन यूज़रों को भेजी गई है। ई-मेल में cc तथा bcc दोनों विकल्पों का प्रयोग वैकल्पिक होता है।
पुष्पजीत साहू
I.T.I. Magarlod
उत्तर क्रमांक - 04
ReplyDelete1. वीडियो चैटिंग - वीडियो चैटिंग को वीडियो कॉलिंग या वीडियो कॉन्फ्रेसिंग भी कहते है । यह दुरस्थ लोगों के मध्य वीडियो एंव ध्वनि के दोनों और किए जाने वाले ट्रांसमिशन की सुविधा देता है। यह तकनीक भौगोलिक रूप से एक-दूसरे से काफी दूरी पर बैठे हुए दो या दो से अधिक लोगों के मध्य वर्चुअल मीटिंग को संभव बनाती है।
वर्चुअल मीटिंग अर्थात वीडियो कॉन्फ्रेसिंग के लिए निम्नलिखित आवश्यकता होती है।
1. मल्टीमीडिया युक्त कम्प्यूटर।
2.एक हाईस्पीड इण्टरटेन कनेक्शन।
3. एक कैमरा जो वीडियो को कैप्चर करने में सक्षम हूं और इसी लोकल एण्ट पॉइंट में भेजने में सक्षम है।
वीडियो चैटिंग के तरीके - इसके 2 तरिके होते है।
1. पॉइंट- टू -पॉइंट- यह दो एंड-प्वाइंट्स के मध्य होती है।
2. मल्टी - प्वांइण्टस - यह दो -या -दो अधिक एण्ड -प्वांइण्टस के मध्य होते हैं।
2. सर्च इंजन - सर्च इंजन एक ऐसा सॉफ्टवेयर है ,जिसके द्वारा इंटरनेट से इच्छानुसार सूचनाओं को सर्च किया जाता है ।सबसे पहले सर्च इंजन का निर्माण कार्य Mcgill University में वर्ष 1990 में आरंभ हुआ।
उदाहरण -
1. Yahoo - यह वेब की डायरेक्टरी या सब्जेक्ट कैटलॉग के साथ है हैरार्किकल आर्गेनाइज्ड होती है, जो ब्राउज़ सर्च की जा सकती है। याहू बहुत - सी अतिरिक्त सेवाएं जैसे ई-मेल अकाउंट ,रीजन स्पेसिफिक साइट लोगों को खोजने के लिए सर्च साइड व्यू एवं न्यूज़ पेज प्रदान करता है।
2. Google - यह एक लोकप्रिय सर्च इंजन है ,जिसमें कई सारे अद्वितीय और पिक्चर्स उपलब्ध होते हैं इसमें एक ऐसा पिक्चर होता है जो सबसे संभावित मैच को ढूंढने और उसे लोड करने के लिए ऑटोमेटिक सुविधा प्रदान करता है यही कारण है कि गूगल सर्च में बेस्ट मैचिंग वेबसाइट ढूंढने में कुशल है।
Nirmla sahu
ITI magarlod
उत्तर क्रमांक -04
ReplyDelete3. वेब ब्राउज़र - वेब ब्राउजर सॉफ्टवेयर को ब्राउज़र या वेब क्लाइण्टस भी कहा जाता है जो माइक्रोसॉफ्ट कॉरपोरेशन एवं कई अन्य कंपनियों द्वारा मुफ्त में प्रदान किया जाता है कि वे ब्राउजर सॉफ्टवेयर का प्रयोग वर्ल्ड वाइड वेब में नेविगेट करने एवं वेब पेज को देखने हेतु किया जाता है ।
विशेषताएं- वेब ब्राउजर यूआरएल एड्रेस दिया जाता है तो उसे संबंधित सूचनाओं को एक्सेस करने में सक्षम होता है।
उदाहरण -
1.Mozilla Firefox - यह एक निशुल्क आ ओपन सोर्स वेब ब्राउज़र है , जिसे विंडोज XPतथा लाइन क्स ऑपरेटिंग सिस्टम के साथ-साथ मोबाइल डिवाइस पर इंटरनेट उपयोग करने के लिए बनाया गया है। इसमें , Extension,Themes,Tabs वाला spell check जैसी सुविधाएं उपलब्ध हैं।
2. Internet explorer- यह एक लोकप्रिय ब्राउज़र है जिसका
निर्माण माइक्रोसॉफ्ट कंपनी द्वारा किया गया है ।इंटरनेट एक्सप्लॉरर ,विंडोज और मैकिनटोश ऑपरेटिंग सिस्टम के सभी संस्कारों में उपयोगी है।
Nirmla sahu
ITI magarlod
उत्तर क्रमांक 01 1 SAGE - Semi Automatic Ground Environment 2 XNS - Xerox Network System 3 VSNL - Videsh Sanchar Nigam Limited 4 URL - Uniform Resource Locator 5 ISP - Internet Service provider
ReplyDeleteउत्तर क्रमांक02 1 चार भाग 2 फरवरी 2004 3 24 जनवरी 2004 4 सर्च डायरेक्ट्री 5 लोकप्रिय सर्च इंजन
उत्तर क्रमांक 03 1 वेब साइट :- पेजों को हाइपरलिंक्स के माध्यम से इंटरकनेक्ट किया जाता है इन्ही इंटरकनेक्ट पेजों को वेब पेज कहा जाता है और वेब पेज के समूह को ही वेबसाइट कहा जाता है ।
ReplyDeleteउत्तर क्रमांक 03। 2 डोमेन नाम :- डोमेन नेम इंटरनेट के IP एड्रेस तथा नामों की सूचना रखता है डोमेन नेम किसी भी वेबसाइट पर पहुंचने का एड्रेस होता है। डोमेन नेम दो प्रकार का होता है 1 Generic Top level Domain 2 Country Code Top level Domain
ReplyDeleteउत्तर क्रमांक 03। 2 डोमेन नाम :- डोमेन नेम इंटरनेट के IP एड्रेस तथा नामों की सूचना रखता है डोमेन नेम किसी भी वेबसाइट पर पहुंचने का एड्रेस होता है। डोमेन नेम दो प्रकार का होता है 1 Generic Top level Domain 2 Country Code Top level Domain
ReplyDeleteAns. No. 04
ReplyDelete01. वीडियो चैटिंग को वीडियो कॉलिंग या वीडियो कॉनफ्रेन्सिंग भी कहते है। दूरस्थ लोगों के मध्य वीडियो एवं ध्वनि के दोनों तरफ किए जाने वाले ट्रांसमिशन की सुविधा देता है। यह तकनीक भौगोलिक रूप से एक-दूसरे से काफी दूरी पर बैठे हुए दो-या-दो से अधिक लोगों के मध्य वर्चुअल मीटिंग को संभव बनाती है। यह कहा जाता है कि ट्रांसपोर्टेशन एवं कम्युनिकेशन के मध्य प्रतिस्पर्धा है और जो जीतेगा, वह दूसरे को लुप्त कर देगा।
वीडियो कॉनफ्रेन्सिंग के तरीके:-
प्वॉइण्ट-टू-प्वॉइण्ट
यह दो एण्ड प्वॉइण्ट्स के मध्य होती है।
मल्टी-प्वॉइण्ट्स
यह दो-या-दो से अधिक एण्ड-प्वॉइण्ट्स के मध्य होती है।
पुष्पजीत साहू
I.T.I. Magarlod
उत्तर क्रमांक 03 3 URL :- इंटरनेट पर किसी सेवा के नाम को व्यक्त करने वाले पता को ही URL कहा जाता है। URL किसी भी सूचनाओं को इंटरनेट पर व्यक्त करता है। URL को चार भागों में बाटा गया है:- 1 प्रोटोकॉल 2 सर्वर नेम 3 फाइल नेम 4 फाइल पाथ।
ReplyDeleteदीर्घ उत्तरीय प्रश्न। उत्तर क्रमांक 3।Browser एक प्रकार का Software प्रोग्राम होता है, जो वेब पर मौजूद संसाधनों को Users यानि की हमें उपलब्ध करवाते है. ये वेब संसाधन (Web Resources) अनेक प्रकार के हो सकते है. इंटरनेट या WWW (WWW की Full Form World Wide Web होती है) पर Text, Images, Videos, Audios, PDF और भी अन्य Formats में सूचना उपलब्ध हो सकती है. एक वेब ब्राउजर हम Users को इन सभी Formats में संसाधनों को उपलब्ध करवाने का काम करता है.
ReplyDelete1 Google cheome या एक प्रीमियर ब्राउज़र है जिसे गूगल कंपनी द्वारा बनाया गया है। इस वेब ब्राउज़र में बुकमार्क तथा सेटिंग सिंक्रोनाइजेशन वेब स्टैंडर्ड सपोर्ट सिक्योरिटी मालवीय ब्लॉकिंग तेज गति से इंटरनेट एक्सेस आकर्षक यूजर इंटरफेस डेस्कटॉप शॉर्टकट एप ऑटोमेटिक वेब पेज ट्रांसलेशन व कलर मैनेजमेंट के साथ-साथ अन्य सभी परंपरागत विशेषताएं भी उपलब्ध है या www. google. Com वेबसाइट से डाउनलोड हो सकता है
2 internet explorer यह एक लोकप्रिय वेब सर्वर है जिसका निर्माण माइक्रोसॉफ्ट कंपनी द्वारा किया गया है। इंटरनेट एक्सप्लोरर विंडो 4 मैन एक दोस्त ऑपरेटिंग सिस्टम के सभी संस्करणों में उपयोगी है या www. Microsoft. Com वेबसाइट से डाउनलोड हो सकता है
नमिता कश्यप आईटीआई मगरलोड
1 पूर्ण रूप लिखिए।
Sage - security algorithms group of experts
Xns - xerox network service
Vanl- videsh sanchar nigam limited
Url- uniform resource locator
Isp- internet service provider
Ans. No.04
ReplyDelete02. सर्च इंजन एक ऐसा सॉफ्टवेयर है जिसके द्वारा इंटरनेट से इच्छानुसार सूचनाओं को खोजा जा सकता है। सबसे पहले सर्च इंजन का निर्माण कार्य McGill University में वर्ष 1990 में आरंभ हुआ था, जिसे WAIS (wide area information server) तथा Gopher ने मिलकर आगे बढ़ाया। इन्होंने इंटरनेट पर उपलब्ध सूचनाओं को क्रमबद्ध करने का कार्य किया। गोफ़र आविष्कार अमेरिका के मिनिसोटा नामक विश्वविद्यालय में हुआ था। यह एक यूज़र फ्रेण्डली इंटरफेस है जिसके माध्यम से यूज़र इंटरनेट पर प्रोग्राम्स तथा सूचनाओं का आदान-प्रदान कर सकता है।गोफ़र यूज़र की वांछित सूचनाओं तथा प्रोग्राम्स को खोजकर यूज़र के सामने आउटपुट ला देता है।
0१. गूगल:- यह एक लोकप्रिय सर्च इंजन है, जिसमें कई सारे अद्वितीय फीचर्स उपलब्ध होते हैं। इसमें एक ऐसा फीचर्स होता है जो सबसे संभावित मैच को ढूँढने और उसे लोड करने के लिए ऑटोमेटिक सुविधा प्रदान करता है।
२. याहू ! :- यह एक बेसिक रूप से एक सर्च डायरेक्ट्री है। यह वेब की डायरेक्ट्री या सब्जेक्ट कैटेलॉग के साथ हैरार्किकली ऑर्गेनाइज़्ड होती है, जो ब्राउज़ और सर्च की जा सकती है।
पुष्पजीत साहू
I.T.I. Magarlod
उत्तर क्रमांक 03 4 7 कंटी डोमेन कोड डोमेन नेम डोमेन नेम देश 1 au Australia 2 br Brazil 3ca Canada 4 dk Denmark 5 es Spain 6 fr France 7 zm Zambia
ReplyDeleteउत्तर क्रमाक 03। 5 Email me Cc :- Cc ईमेल कि Carbon Copy होती है ईमेल कि Carbon Copy को किसी अन्य रेसीपिएण्ट को भेजा जाता है To रेसीपिएण्ट को सूचना दी जाती है कि इस ईमेल कि Carbon Copy को किन किन व्यक्तियों को भेज दी गई है। 2 Bcc :- Bcc Blind Carbon Copy होती है To तथा Cc रेसीपिएण्ट को यह मालूम नहीं होता है कि Blind Carbon Copy किन किन उपयोगकर्ताओ को भेजी गई है।
ReplyDeleteAns. No.04
ReplyDelete03. वेब ब्राउज़िग सॉफ्टवेयर को ब्राउज़र्स या वेब क्लाइण्ट्स भी कहा जाता है जो माइक्रोसॉफ्ट कोर्पोरेशन एवं कई अन्य कंपनियों द्वारा मुफ्त में प्रदान किया जाता है। इन वेब ब्राउज़िग सॉफ्टवेयर का प्रयोग world wide web में नेविगेट करने एवं वेब पेजिज़ को देखने हेतु किया जाता है। अधिकांश ब्राउज़र्स फ्रीवेयर होते हैं। प्रथम ग्राफ़िकल वेब ब्राउज़र मोज़ाइक था, जिसे मार्क एण्द्रिस्पेन ने बनाया था।
१. मोज़िला फायरफॉक्स:- यह एक नि:शुल्क, ओपन सोर्स वेब ब्राउज़र है, जिसे विण्डोज़ OS, XP तथा लाइनक्स ऑपरेटिंग सिस्टम के साथ-साथ मोबाइल डिवाइसों पर इंटरनेट उपयोग के लिए बनाया गया है।
२. गूगल क्रोम:- यह एक फ्रीवेयर वेब ब्राउज़र है, जिसे Google कंपनी द्वारा बनाया गया है। इसमें अनेक प्रकार के विशेषताएँ है।
@पुष्पजीत साहू
I.T.I. Magarlod
उत्तर 1,
ReplyDeleteSage :- semi automattic ground enviromment
Xns:-ज़ेरॉक्स नेटवर्क सर्विसेज
Vsnl:- videsh sanchar nigam limited
Url:- यूनिफॉर्म रिसोर्स लोकेटर
Isp :- इंटरनेट सर्विस प्रोवाइडर
Tikeshwari sahu iti magarlod
उत्तर क्रमांक - 04
ReplyDelete5. इंटरनेट का विकास - 1969 ई.: अमेरिकी रक्षा विभाग के एडवांस्ड रिसर्च प्रोजेक्ट्स एजेंसी (APRA) ने सं.रा.अमेरिका के चार विश्वविद्यालयों के कम्प्यूटरों की नेटवर्किंग करके इंटरनेट 'अप्रानेट' (APRANET) की शुरुआत की। इसका विकास, शोध, शिक्षा और सरकारी संस्थाओं के लिए किया गया था। इसका एक अन्य उद्देश्य था आपात स्थिति में जबकि संपर्क के सभी साधन निष्क्रिय हो चुके हों, आपस में सम्पर्क स्थापित किया जा सके।
Nirmla sahu
ITI magarlod
उत्तर क्रमांक 04 1 वीडियो चैटिंग :- वीडियो चैटिंग को वीडियो कांफ्रेंसिंग या वीडियो कालिंग भी कहा जाता है दूर रहकर भी हम इंटरनेट के माध्यम से किसी व्यक्ति या व्यक्ति के समूह के साथ वीडियो चैटिंग के माध्यम से वार्तालाप कर सकते हैं वीडियो चैटिंग के माध्यम से ही उपयोगकर्ता चित्र वीडियो आडियो एक दूसरे के साथ शेयर कर सकते हैं। वीडियो चैटिंग के करने के लिए माइक्रोफोन वीडियो स्क्रीन तथा साउण्ड सिस्टम की भी जरूरत होती है। वीडियो चैटिंग का उपयोग व्यक्तियों द्वारा अधिक मात्रा में किया जाता है। वीडियो चैटिंग के तरीके :- वीडियो चैटिंग दो प्रकार से किया जाता है:- 1 प्वाइण्ट टू प्वाइण्ट :- यह दो प्वाइण्ट्स के बीच में होता है। 2 मल्टी प्वाइण्ट्स :- मल्टी प्वाइण्ट्स दो या दो से अधिक प्वाइण्टस के बीच होता है।
ReplyDeleteउत्तर 2,
ReplyDelete1, यूआरएल के चार भाग होता है।
2, फेसबुक फरवरी 2004 सन में बनाया गया था।
3, ऑरकुट 24 जनवरी 2004 को स्थापित किया गया था।
4, याहू बेसिक रूप से एक सर्च डायरेक्टरी है।
5, गूगल एक लोकप्रिय सर्च इंजन है।
Tikeshwari sahu iti magarlod
लघु उत्तरीय प्रश्न।
ReplyDeleteउत्तर क्रमांक 3।
इंटरनेट पर किसी सरवरिया सेवा के नाम को व्यक्त करने वाला बताइए वायरल कहलाता है या एक निश्चित मापक है जो किसी सूचना को इंटरनेट पर व्यक्त करता है यूआरएल के चार भाग होतेइंट
१ प्रोटोकॉल।
२ सर्वर नेम
३ फाइल नेम।
४ फाइल पाथ
नमिता कश्यप आईटीआई मगरलोड
उत्तर क्रमांक 1
भेजो या डॉक्यूमेंट को हाइपरलिंक द्वारा इंटरकनेक्ट। किया जाता है। इंटरकनेक्टेड पेजों को वेबपेज कहा जाता है और इन्हीं वेब पेजों के समूह को वेबसाइट कहा जाता है।
उदाहरण कंप्यूटर होप वेबसाइट लोकेटर url
नमिता कश्यप आईटीआई मगरलोड
उत्तर क्रमांक 4
डोमेन नेम प्रयोग करने वाले देश
.af Afghanistan
.at Austria
.au Australia
.br Brazil
.ca Canada
.es Spain
.fr France
नमिता कश्यप आईटीआई मगरलोड
उत्तर क्रमांक 5
Cc ( Carbon copy ) इस पिक्चर के द्वारा ई-मेल की कॉपी अर्थात कार्बन कॉपी को अन्य रेसिपी एट को भेजा जाता है तथा टू रेसिपी एट को यह सूचना दे दी जाती है कि इस ईमेल की कॉपी अन्य किन किन व्यक्तियों को भेज दी गई
Bcc (Blind carbon copy) इस फीचर में to तथा Cc रेसिपी एट को यह पता नहीं होता कि। Bcc किन-किन योजनाओं को भेजी गई है ईमेल में Cc तथा Bcc दोनों विकल्पों का प्रयोग वैकल्पिक होता है।
नमिता कश्यप आईटीआई मगरलोड
उत्तर क्रमांक दो।
डोमेन नेम सिस्टम का कार्य इंटरनेट के आईपी एड्रेस और नामों की सूचना रखना जैसे ही कोई नाम कंप्यूटर से जुड़ने के लिए काटता है तो सबसे पहले डोमेन नेम सिस्टम उस विशेष नाम का एड्रेस ढूंढता है और फिर उस आईपी एड्रेस के कंप्यूटर का इंटरनेट से संपर्क बनाया जाता है।
डोमेन नेम मुख्यतः दो प्रकार के होते हैं।
१। जेनेरिक टॉप लेवल डोमेन
२ कंट्री कोड top-level डोमेन
उत्तर 3,
ReplyDeleteउत्तर 3, यूआरएल इंटरनेट पर किसी सरवर या सेवा के नाम को व्यक्त करने वाली पता यूआरएल कहलाता है। यह एक निश्चित मापक है जो किसी सूचना को इंटरनेट पर व्यक्त करता है।
यूआरएल के 4 भाग होते हैं।
1, protocol :- किसी कंप्यूटर नेटवर्क के किन्ही दो node के मध्य डेटा संचार करने की प्रक्रिया के संपन्न होने के नियम एवं विधियों के समूह को प्रोटोकॉल कहा जाता है।
2, सरवर नेम।
3, फाइल नेम।
4, file path
Tikeshwari sahu iti magarlod
Ans. no. 04
ReplyDelete04. Email का मतलब Electronic Mail होता है. Email चिट्ठी भेजने का आधुनिक माध्यम है. घरों से लेकर सरकारी दफ्तरों में Email का उपयोग किया जाता है. कार्यालयों, अदालतों, स्कुलों, कॉलेजों आदि जगहों पर Email को सूचना भेजने तथा प्राप्त करने का आधिकारीक तरीका बना लिया गया है.
यह कागज पर लिखी गई चिट्ठी के समान ही होता है. बस कागज के पत्र (Letter) और Email में इतना ही अंतर होता है. एक कागज के पत्र को कागज पर लिखा जाता है, और Email को हमे Computer पर लिखना पडता है.
E-mail भी एक साधारण पत्र की तरह ही एक पत्र होता है. आप एक साधारण पत्र की कल्पना करीए. हम साधारण पत्र लिखते समय उसमें प्राप्त करने वाले का नाम (Receiver), पता (Address), संदेश (Message) और नीचे भेजने (Sender) वाले का नाम लिखते है. फिर उसे भेजने के लिए नदजीक के Post Office में जाकर उसे Post Box में डाल देते है. और पत्र प्राप्त करने वाले के पास कुछ दिनों में चला जाता है.
Step 1: Open Browser
सबसे पहले आप जो भी वेब ब्राउज़र यूज़ करते है उसे खोल लीजिये, हम यहाँ पर Google Chrome यूज़ कर रहे है https://www.google.co.in/ को लोग ओन कर लीजिये।
Step 2: Click On Gmail Option
आपको राईट कार्नर में कुछ इस तरह Gmail का आप्शन दिखेगा, आपको इस Gmail के बटन पर क्लिक करना है।
Step 3: Create Account
अब आपको More Options पर जाकर Create Account पर क्लिक करना है उसके बाद आपके सामने कुछ इस तरह का पेज खुलेगा।
Step 4: Enter Details
इस पेज में आपको First Name में आपका पहला नाम डालना है, और Last Name की जगह पर अपना Surname डालना है।
Step 5: Select Username
अगली स्टेप में हमें आपना यूजरनेम सेलेक्ट करना है यह Username ही आपका Gmail Account होगा। यह Google के हर एक यूजर को अपना यूनिक Username मिलता है, इसलिए आपको ऐसा Username लेना है जो पहले किसी के द्वारा नहीं लिया गया हो।
अगर आप ऐसा Username डालते हो जो किसी और के द्वारा लिया जा चूका तो Google वह Username लेने से मना कर देगा और आपको दुसरे Username पसंद करने का सुझाव देगा, आपको उनमे से किसी एक को सेलेक्ट करना होगा।
Step 6: Choose Password
अब आपको अपना पासवर्ड बनाना पड़ेगा जिसे आप अपनी Gmail ID को लॉग इन करते समय इस्तेमाल करेगे। आपको अपना पासवर्ड बहुत यूनिक रखना होगा, ताकि आपकी ID को आपके अलावा कोई और नहीं खोल पाए।
Step 7: Fill More Details
अगली स्टेप में आपको आपका Gender सिलेक्ट करना होगा, अगर आप पुरुष है तो आप “Male” सिलेक्ट कीजिये और अगर आप महिला है तो आप “Female” सिलेक्ट कीजिये।
Step 8: Accept Terms & Conditions
आप इस फॉर्म को जैसे ही पूरा फिल करेंगे और Next Step पर क्लिक करें वैसे ही Google के “Terms & Conditions” का पेज आपके सामने खुल जायेगा, आपको उस पेज पर “I Agree” पर क्लिक करना है।
और उसके बाद आपके सामने कुछ इस तरह का पेज खुलेगा, इस पेज पर आपको “Continue To Gmail” पर क्लिक करना है।
पुष्पजीत साहू
I.T.I. Magarlod
Ans. no. 04
ReplyDelete05. इन्टरनेट का विकास :- हाल के वर्षों में इंटरनेट का विस्तार इतनी तेजी से हुआ है कि पूरा संसार आश्चर्यचकित है वास्तव में इंटरनेट का विस्तार कंप्यूटर के विस्तार से जुड़ा हुआ है और कंप्यूटर का विस्तार इंटरनेट से जुड़ा हुआ है यह दोनों एक दूसरे के माध्यम और सहायता से अपना अपना विस्तार कर रहे हैं हम कह सकते हैं कि इंटरनेट और कंप्यूटर एक दूसरे के पूरक है|
इंटरनेट का विस्तार वर्ल्ड वाइड वेब की उपयोगिता के कारण हुआ है वर्ल्ड वाइड वेब आज सूचनाओं का सबसे बड़ा स्त्रोत है कोई भी व्यक्ति बहुत कम खर्च में इस पर अपनी आवश्यकता की सूचनाएं सर्च कर सकता है और उनका उपयोग कर सकता है इस कारण ही इंटरनेट की उपयोगिता बढ़ी हैं|
इन्टरनेट के विस्तार का दूसरा प्रमुख कारण इसकी सरलता और सुगमता है इंटरनेट से जोड़ना और किसी साइट को खोलना उतना ही सरल है जितना टेलीफोन पर किसी नंबर को डायल करना है|
इंटरनेट के विस्तार का तीसरा प्रमुख कारण संचार की सुविधा है क्योंकि इंटरनेट के माध्यम से हम बहुत ही कम खर्च में किसी भी व्यक्ति को कोई भी डाटा या सूचना एक स्थान से दूसरे स्थान पर आसानी से पहुंचा सकते हैं और तुरंत ही उसका उत्तर प्राप्त कर सकते हैं यह एक ऐसी सुविधा है जो किसी अन्य माध्यम पर उपलब्ध नहीं है इंटरनेट और ईमेल के कारण ही हम पूरी दुनिया से जुड़े हुए हैं|
सन 1995 में इंटरनेट के उपयोगकर्ता की संख्या केवल 1600000 थी जो अब 2008 में बढ़कर लगभग 16 करोड हो गई है आज संसार की जनसंख्या का लगभग 20% भाग इंटरनेट का लाभ उठा रहा है यह संख्या भी प्रतिदिन बढ़ती जा रही है|
पुष्प्जीत साहू
I.T.I. Magarlod
उत्तर4,
ReplyDelete7 country code domain ka naam
1, .aero
2, .net
3, .coop
4, .edu
5, .in
6 .gov
7 .org
Tikeshwari sahu
लघु उत्तरीय प्रश्न।
ReplyDelete1 भेजो या डॉक्यूमेंट को हाइपरलिंक द्वारा इंटरकनेक्ट किया जाता है। इंटरकनेक्टेड भेजो को वेबपेज कहा जाता है और इन्हीं वेबपेज के समूह को वेबसाइट कहा जाता है।
उदाहरण। कंप्यूटर होप वेबसाइट लोकेटर यूआरएल।
नमिता कश्यप आईटीआई मगरलोड
उत्तर क्रमांक 2
डोमेन नेम सिस्टम का कार्य इंटरनेट के आईपी एड्रेस और नामों की सूचना रखने जैसे ही कोई नाम इन कंप्यूटर से जुड़ने के लिए कहता है तो सबसे पहले डोमेन नेम सिस्टम उस विशेष नाम का एड्रेस ढूंढता है और फिर उसी आईपी ऐड्रेस के कंप्यूटर का इंटरनेट से संपर्क बनाया जाता है।
डोमेन नेम मुख्यतः दो प्रकार के होते हैं।
1 जेनेरिक टॉप लेवल डोमेन।
2 कंट्री कोड ऑफ लेबल डोमेन।
उत्तर क्रमांक 3।
इंटरनेट पर किसी सरवरिया सेवा के नाम को व्यक्त करने वाला बताइए वारेल कहलाता है यह एक निश्चित मापक है जो किसी सूचना को इंटरनेट पर व्यक्त करता है। यूआरएल के चार भाग होते हैं।
1 प्रोटोकॉल।
2 सर्वर नेम।
3 फाइल नेम।
4 फाइल पाथ
Namita कश्यप आईटीआई मगरलोड
उत्तर क्रमांक 4।
डोमेन नेम प्रयोग करने वाले देश
.af Afghanistan
.at Austria
.au Austealia
.br Brazil
.ca Canada
.dk Denmark
.es Spain
नमिता कश्यप आईटीआई मगरलोड
उत्तर क्रमांक 5।
Cc (Carbon copy) इस टीचर के द्वारा ई-मेल की कॉपी अर्थात कार्बन कॉपी को अन्य रेसिपी एट को भेजा जाता है तथा To रेसिपी एट को यह सूचना दे दी जाती है कि इस ईमेल की कॉपी अन्य किन किन व्यक्तियों को भेज दी गई है
Bcc ( Blind carbon copy) इस फीचर में To तथा Cc रेसिपी एट को यह पता नहीं होता कि Bcc किन-किन योजनाओं को भेज दी गई है ईमेल में Cc तथा Bcc दोनों विकल्पों का प्रयोग वैकल्पिक होता है।
नमिता कश्यप आईटीआई मगरलोड
उत्तर 2 ,
ReplyDeleteडोमेन नेम सिस्टम का कार्य इंटरनेट के आईपी एड्रेस और नामों के सूचना रखना है। जैसे ही कोई नाम कंप्यूटर से जुड़ने के लिए कहता है तो सबसे पहले डोमेन नेम सिस्टम उस विषय नाम का एड्रेस ढूंढता है और फिर उस आईपी एड्रेस के कंप्यूटर का इंटरनेट से संपर्क बनाया जाता है।
डोमेन नेम मुख्यतः दो प्रकार के होते हैं।
1, जेनेरिक top level domain
2, कंट्री कोड top-level डोमेन।
Tikeshwari sahu iti magarlod
4.
ReplyDelete1.वीडियो चैटिंग को वीडियो कालिंग या वीडियो कांफ्रेंसिंग भी कहते हैं यह दूरस्थ लोगों के मध्य वीडियो एंव ध्वनि
के दोनों ओर किए जाने वाले टांसमिशन की सुविधा देता है।
यह तकनीक भौगोलिक रूप से एक
दूसरे से काफी दूरी पर बैठे हुए दो
या दो से अधिक लोगों के मध्य वर्चुअल मीटिंग को सम्भव बनाती हैं।
वीडियो कांफ्रेंसिंग आयोजित करने के लिए निम्नलिखित की आवश्यकता होती है
1.मल्टीमीडियायुक्त एक कम्पुटर
2.एक कैमरा, जो वीडियो को कैप्चर करने में सक्षम हो और लोकल एण्ड प्वाइण्ट से भेजने में सक्षम हो।
3.एक माइक्रोफोन, जो आडियो अर्थात
साउण्ड को कैप्चर कर उसे व आपके लोकल से एण्ड प्वाइण्ट तक भेज सके।
4.स्पीकर्स जो रिमोट एण्ड प्वाइण्ट से रिसीव की गई साउण्ड को पर्दे कर सके।
5.एक हाईस्पीड इंटरनेट कनेक्शन।
6.एक वीडियो कांफ्रेंसिंग साफ्टवेयर Microsoft netmeeting।
वीडियो चैटिंग दो तरीकों से आयोजित की जा सकती हैं
.प्वाइट टू प्वाइट यह दो एण्ड प्वाइण्टस
के मध्य होती हैं।
. मल्टी- प्वाइटस यह दो या दो से अधिक एण्ड प्वाइंटस के मध्य होती हैं।
Janki thakur
Ans 01
ReplyDelete1.SAGE=Semi automatic ground environment
2.XNS=Xerox network service
3.VSNL=videsh sanchar Nigam limited
4.URL=uniform research location
5.ISP=internet service provider
Ans-02
1. 4
2. फरवरी 2004
3. 24 जनवरी 2004
4. लोकप्रिय सर्च इंजन
5. लोकप्रिय सर्च इंजन
। Roshan Lal
ITI magrlod
२ खाली स्थानों की पूर्ति कीजिए।
ReplyDelete1. 4
2. 2004
3.22/01/2004
4. सर्च डायरेक्टरी
5. सर्च इंजन
नमिता कश्यप आईटीआई मगरलोड
उत्तर 5,
ReplyDeleteईमेल cc(कार्बन कॉपी) इस फीचर के द्वारा ई-मेल की कॉपी अर्थात कार्बन कॉपी को अन्य recipient को भेजा जाता है तथा to रेसिपी एंड को यह सूचना दे दी जाती हैं की इस ईमेल की कॉपी अन्य किन किन व्यक्तियों को भेज दी गई है।
2, bcc(ब्लाइंड कार्बन कॉपी) is file isl main to तथा cc recipe and ईमेल में cc तथा bcc दोनों विकल्पों का प्रयोग वैकल्पिक होता है।
Tikeshwari sahu iti magarlod
दीर्घ उत्तरीय प्रश्न
ReplyDeleteउत्तर क्रमांक 2
सर्च इंजन एक ऐसा सॉफ्टवेयर है जिसके द्वारा इंटरनेट से इच्छा अनुसार सूचनाओं को सर्च किया जाता है। सबसे पहले सर्च इंजन का निर्माण कार्य
McGill यूनिवर्सिटी में वर्ष 1990 मैं आरंभ हुआ था जिसे Wais तथा Gopher ने मिलकर आगे बढ़ें उन्होंने इंटरनेट पर उपलब्ध सूचनाओं को क्रमबद्ध करने का कार्य किया गोबर अविष्कारक अमेरिका के मिली छोटा नामक विश्वविद्यालय में हुआ था या एक यूजर फ्रेंडली इंटरफेस है जिसके माध्यम से यूजर इंटरनेट पर प्रोग्राम तथा सूचनाओं का आदान प्रदान कर सकता है।
दो सर्च इंजन
1 गूगल या एक लोकप्रिय सर्च इंजन है जिसमें कई सारे अद्वितीय फीचर्स उपलब्ध होते हैं। इसमें एक ऐसा पिक्चर होता है जो सबसे संभावित मैच को ढूंढने और उसे लोड करने के लिए ऑटोमेटिक सुविधा प्रदान करता है। यही कारण है कि गूगल सर्च में बेस्ट मैचिंग वेबसाइट ढूंढने में कुशल है।
2 याहू या बेसिक रूप से एक क सर्च डायरेक्टरी है या व्यक्ति डायरेक्टरी या सब्जेक्ट कैटलॉग के साथ है रात लिरिक्स ऑर्गेनाइज्ड होती है जो ब्राउज़र सर्च की जाती है याहू गूगल और Bing के बाद सबसे अधिक सर्च किए जाने वाला सर्च इंजन है।
नमिता कश्यप आईटीआई मगरलोड
Ans-03
ReplyDeleteWebsite =pejo या डाक्यूमेंट्स को हाइपरलिंक द्वारा इंटरकनेक्ट किया जाता है इंटरकनेक्टेड पेजो को वेब पेज कहा जाता है और इन्हीं वेब पेज के समूह को वेबसाइट कहा जाता है।
Ans-04
Domain=domain name system ka Kari internet ke IP address aur Naam Ki suchna rakhta hai jaise ki computer se judne ke liye Kaha jata hai tu sabse pahle domain name system used vishesh Naam Ka adress dhundhta hai aur FIR use IP address ke computer ka internet se sampark banaya jata hai।
Domain दो प्रकार के होते हैं-
1. जेनेरिक टॉप लेवल डोमेन
2. Country code top level domain
Roshan Lal
ITI magrlod
Ans-03 (03)
ReplyDeleteURL=इसका पूरा नाम "यूनिफॉर्म रिसोर्स लोकेटर" है इंटरनेट पर किसी भी सरवरिया सेवक नाम को व्यक्त करने वाला यूआरएल कहलाता है। या एक निश्चित मापक है जो किसी सूचना को इंटरनेट पर व्यक्त करता है यूआरएल के 4 भाग होते हैं।
1. Protocol
2. सरवर नेम
3. File name
4. फाइल पथ
Roshan lal
उत्तर1,
ReplyDeleteवेबसाइट पेजो या डाक्यूमेंट्स को हाइपरलिंक द्वारा इंटरकनेक्ट किया जाता है। इंटरकनेक्ट पेजो को वेब कहा जाता है और इन्हीं वेब पेज के समूह को वेबसाइट कहा जाता है।
Tikeshwari sahu iti magarlod
4.
ReplyDelete2.सर्च इंजन एक ऐसा साफ्टवेयर है, जिसके द्वारा इंटरनेट से इच्छानुसार सूचनाओं को संरक्षण किया जाता है। सबसे पहले सर्च इंजन का निर्माण McGill University .में वर्ष 1990मे आरंभ हुआ था, जिसेwais (wide area information service)
तथाgopher ने आगे बढ़ाया।
यह एक यूजर फ्रेंडली इंटरफेस है, जिसके माध्यम से यूजर इंटरनेट पर प्रोग्राम्स तथा सूचनाओं का आदान-प्रदान कर सकता है।
सर्च इंजन1. वेबक्रालर 2. गूगल
1. Webcrawler- इस सर्च इंजन
में एक वेब रोबोट की सहायता से पूरे वेब के डाक्युमेंट में से की-बोर्ड वंडर्स
को लेकर एक डेली इन्डेक्स का निर्माण किया जाता हैं।
वेब क्रालर को वेब स्पाइडर या वेब रोबोट भी कहा जाता है। यह रोबोटhtml डाक्युमेंट के शीर्षक और टेक्स्ट को इन्डेक्स करके न ए डाक्युमेंट को प्राप्त करने का प्रयास करता है।
2. Google- यह एक लोकप्रिय सर्च इंजन है , जिसमें कइ सारे अव्दितीय फीचर्स होते है। इसमें एक ऐसा फीचर
होता है, जो सबसे सम्भावित मैच को ढूंढने और उसे लोड करने के लिए आटोमेटिक सुविधा प्रदान करता है।
Janki thakur
Ans-03 (04)
ReplyDelete7 country codeडोमेन नेम प्रयोग वाले देश-
1.au-ऑस्ट्रेलिया
2.br-ब्राजील
3.eg-Egypt
4.es-Spain
5.fr-फ्रेंच
6.hk-हांगकांग
7.id-इंडोनेशिया
Roshan lal
Ans-03 (05)
ReplyDeleteCc=इस पिक्चर के द्वारा ई-मेल की कॉपी अर्थात कार्बन कापी को अन्य रिसिपिए को भेजा जाता है। To recipient ko यह suchna de di jaati Hai Ki is email ki copy अन्य किन-किन व्यक्तियों को भेज दी गई है।
Bcc=is picture mein To तथा Cc recipient pata nahin hota ki Bcc kin kin user को भेजी गई है। Email me Cc तथा Bcc दोनों विकल्पों का प्रयोग वैकल्पिक होता है ।
Roshan lal
दीर्घ उत्तरीय प्रश्न
ReplyDeleteउत्तर 1, वीडियो चैटिंग को वीडियो लर्निंग या वीडियो कंन्फेंसिग भी कहते हैं यह दूरस्थ लोगों के मध्य वीडियो एवं ध्वनि के दोनों ओर किए जाने वाले ट्रांसमिशन की सुविधा देता है यह तकनीकी भौगोलिक रूप से एक दूसरे से काफी दूरी पर बैठे हुए दो या दो से अधिक लोगों के मध्य वर्चुअल मीटिंग को संभव बनाती है। वर्चुअल मीटिंग अर्थात वीडियो conferencing का प्रयोग डिस्टेंस एजुकेशन या दूरस्थ शिक्षा अर्थात remote schooling ऑर्गेनाइजेशन दूरस्थ विशेषज्ञ se medical विचारों सुझाव को प्राप्त करने एवं अन्य एप्लीकेशन के लिए किया जाता है।
वर्चुअल मीनिंग अर्थात वीडियो कांफ्रेंसिंग आयोजित करने के लिए निम्नलिखित की आवश्यकता होती हैं1
1, मल्टीमीडिया युक्त एक कंप्यूटर।
2, एक कैमरा जो वीडियो को कैप्चर करने में सक्षम हो और उसे लोकल एंड Point से भेजने मैं सक्षम हो।
1, फेसबुक :- यह दुनिया के सबसे बड़ी सोशल नेटवर्किंग साइट है जो फरवरी 2004 में लांच की गई। वर्तमान में इसके एक अरब से अधिक सक्रिय यूजर है फेसबुक की स्थापना मार्क जुकरबर्ग एवं उसके मित्रों ने की थी इसमें यूजर अपनी प्रोफाइल बनाकर मित्रों को जोड़ सकता है संदेशों का आदान प्रदान करता है समा रुचि के ग्रुप बना सकता है इसका एक महत्वपूर्ण फीचर यह है कि इसमें ऑटोमेटिक नोटिफिकेशन आते रहते हैं जो इस साइट के उपयोग को रोचक बनाते हैं।
Tikeshwari sahu iti magarlod
Ans-04(01)
ReplyDeleteवीडियो चैटिंग=video chatting ko video calling yah video conference bhi Kaha jata hai यह दूरस्थ logo ke Madhya video एवं ध्वनि के दोनों ओर kiye जाने वाले ट्रांसमिशन किस सुविधा देता है। यह तकनीक भौगोलिक रूप से एक दूसरे से काफी दूर पर बैठे हुए दो या दो से अधिक लोगों के मध्य वर्चुअल मीटिंग को संभव बनाती है।
वीडियो चैटिंग के तरीके=
1. Point to point-यह दो इन पॉइंट के मध्य होती है।
2. मल्टी-points=या दो या दो से अधिक and points के मध्य होती है।
Roshan lal
दीर्घ उत्तरीय प्रश्न।
ReplyDeleteउत्तर क्रमांक 5
इंटरनेट का विस्तार कंप्यूटर के विस्तार से जुड़ा हुआ है और कंप्यूटर का विस्तार इंटरनेट से जुड़ा हुआ है यह दोनों एक दूसरे के माध्यम और सहायता से अपना अपना विस्तार कर रहे हैं हम कह सकते हैं कि इंटरनेट और कंप्यूटर एक दूसरे के पूरक है|
इंटरनेट का विस्तार वर्ल्ड वाइड वेब की उपयोगिता के कारण हुआ है वर्ल्ड वाइड वेब आज सूचनाओं का सबसे बड़ा स्त्रोत है कोई भी व्यक्ति बहुत कम खर्च में इस पर अपनी आवश्यकता की सूचनाएं सर्च कर सकता है और उनका उपयोग कर सकता है इस कारण ही इंटरनेट की उपयोगिता बढ़ी हैं|
इन्टरनेट के विस्तार का दूसरा प्रमुख कारण इसकी सरलता और सुगमता है इंटरनेट से जोड़ना और किसी साइट को खोलना उतना ही सरल है जितना टेलीफोन पर किसी नंबर को डायल करना है|
दीर्घ उत्तरीय प्रश्न।
ReplyDeleteउत्तर क्रमांक 1
वीडियो चैटिंग को वीडियो कॉलिंग या वीडियो कॉन्फ्रेसिंग भी कहते हैं या दूरस्थ आप लोगों के बाद वीडियो एवं ध्वनि के दोनों और किए जाने वाले ट्रांसमिशन की सुविधा देता है या तकनीक भौगोलिक रूप से एक-दूसरे से काफी दूर पर बैठे हुए दो या दो से अधिक लोगों के मध्य वर्चुअल मीटिंग को संभव बनाती है दूरस्थ शिक्षा संस्थागत एवं अंतर संस्था दूर था विशेषज्ञों से मेडिकल विचारों सुझाव को प्राप्त करने एवं अन्य एप्लीकेशन के लिए किया जा सकता है
वीडियो चैटिंग के तरीके
१ पॉइंट टू पॉइंट - यह दो एंड पॉइंट के मध्य होती है।
२ मल्टी पॉइंट्स- यह दो या दो से अधिक एंडप्वाइंट के मध्य होती है।
नमिता कश्यप आईटीआई मगरलोड
उत्तर 2, सर्च इंजन एक ऐसा सॉफ्टवेयर है जिसके द्वारा इंटरनेट से इच्छा अनुसार सूचनाओं को सर्च किया जाता है। सबसे पहले सर्च इंजन का निर्माण कार्यmcgill यूनिवर्सिट में वर्ष 1990 में प्रारंभ हुआ था जिसेwais तथा gopher ने मिलकर आगे बढ़ाया। इन्होंने इंटरनेट पर उपलब्ध सूचनाओं को क्रमबद्ध करने का कार्य किया ।गोफर अविष्कार अमेरिका के mini short namak विश्वविद्यालय में हुआ था। यह एक यूजर फ्रेंडली इंटरफ़ेस है जिसके माध्यम से यूजेस इंटरनेट पर प्रोग्राम्स तथा सूचनाओं का आदान प्रदान कर सकता है। गोफर यूजर की वांछित सूचनाओं तथा प्रोग्राम को खोज कर यूजर के सामने आउटपुट ला देता है।
ReplyDelete1, याहू यह बेसिक रूप से एक सर्च डायरेक्टरी है। यह वेब की डायरेक्टरी या सब्जेक्ट कैटलॉग के साथ हरार्किकल होता है जो ब्राउज़र और सर्च की जा सकती है।
याहू बहुत सी अतिरिक्त सेवाएं जैसे ईमेल अकाउंट्स रीजन स्पेसिफिक साइड से लोगों को खोजने के लिए सर्च साइट रिक्यूज एवं एक कस्टमाइजेबल use page pradan karta hai
2, गूगल यह एक लोकप्रिय सर्च इंजन है जिसमें कई सारे आदित्य फीचर्स उपलब्ध होते हैं इसमें एक ऐसा फीचर होता है जो सबसे संभावित मैच स्कोर ढूंढने और उसे लोड करने के लिए ऑटोमेटिक सुविधा प्रदान करता है यही कारण है कि गूगल सर्च में बेस्ट मैचिंग वेब साइट्स ढूंढने में कुशल है।
Tikeshwari sahu iti magarlod
दीर्घ उत्तरीय प्रश्न
ReplyDeleteउत्तर क्रमांक 3
वेब ब्राउज़र एक सॉफ्टवेयर ऐप्लीकेशन है जो की पूरे विश्व में जानकारी प्राप्त करने के काम में आती है। हर वेब पेज पर उसकी एक अलग इमेज और विडियो होती है जो की उसकी अलग यूआरएल से चलती है जिसकी मदद से यह कम्प्युटर के मॉनिटर पर उसका परिणाम दिखाने का काम करता है।
उदाहरण।
1 गूगल क्रोम (google chrome)– यह एक मुफ्त का वेब ब्राउज़र है जों की गूगल के द्वारा बनाया गया है। यह सितंबर 2008 में निकाला गया था जो केवल माइक्रोसॉफ़्ट विंडोज में चलता था। उसके बाद यह लिनक्स, मैक, आयोस आदि सबके लिए बना दिया गया।
2 मोज़िला फ़ायरफ़ॉक्स (mozilla firefox) – यह एक मुफ्त का ओपन सोर्स सॉफ्टवेयर है जों की मोज़िला फ़ाउंडेशन द्वारा बनाया गया है। इसे हम विंडोज, मैक, लिनक्स, आदि ऑपरेटिंग सिस्टमों में चला सकते हैं।
नमिता कश्यप आईटीआई मगरलोड
Ans-04(02)
ReplyDeleteसर्च इंजन=search engine ek aisa software jiske dwara internet se इच्छा अनुसार सूचनाओं को सर्च किया जाता है। और जिसके द्वारा सर्च किया जाता है उसे सर्च इंजन कहते हैं।
Do search engine निम्न है=>
1. Yahoo=>या बेसिक रूप से एक सर्च इंजन है जिसे yahoo! Search yahoo! Web search ke नाम से जान जाता है। याहू को 1905 में प्रारंभ किया गया था।yahoo, Google or Bing के बाद सर्वाधिक सर्च किए जाने वाला सर्च इंजन है।
2. Google=>यह एक लोग भी सर्च इंजन में जिसमें कई सारे अद्वितीय फीचर्स उपलब्ध होते हैं इसमें एक ऐसा फीचर्स होता है जो सबसे से संभावित मैच को और लोड करने के लिए ऑटो सुविधा प्रदान करता है जो इसके लोकप्रियता का यही कारण।
Roshan lal
उत्तर 3,
ReplyDeleteवेब ब्राउज़र वेब ब्राउजर सॉफ्टवेयर को ब्राउज़र्स या वेब क्लाइंट्स भी कहा जाता है जो माइक्रोसॉफ्ट कंपैरिजन एवं कई अन्य कंपनियों द्वारा मुक्त में प्रदान किया जाता है इस वेब ब्राउजिंग सॉफ्टवेयर का प्रयोग वर्ल्ड वाइड वेब में नेविगेट करने एवं वेब पेज को देखने हेतु किया जाता है।
1, वेब ब्राउज़र को जब यूआरएल एड्रेस दिया जाता है तो वहां उससे संबंधी सूचनाओं को एक्सेस करने में सक्षम होता है।
2, वेब ब्राउज़र एचटीटीपी का प्रयोग करके वेब सर्वर के साथ कम्युनिकेशन करने में सक्षम होता है।
Tikeshwari sahu iti magarlod
Email का मतलब Electronic Mail होता है. Email चिट्ठी भेजने का आधुनिक माध्यम है. घरों से लेकर सरकारी दफ्तरों में Email का उपयोग किया जाता है. कार्यालयों, अदालतों, स्कुलों, कॉलेजों आदि जगहों पर Email को सूचना भेजने तथा प्राप्त करने का आधिकारीक तरीका बना लिया गया है.
ReplyDeleteयह कागज पर लिखी गई चिट्ठी के समान ही होता है. बस कागज के पत्र (Letter) और Email में इतना ही अंतर होता है. एक कागज के पत्र को कागज पर लिखा जाता है, और Email को हमे Computer पर लिखना पडता है.
नमिता कश्यप आईटीआई मगरलोड
उत्तर 5 ,
ReplyDeleteइंटरनेट का विकास इंटरनेट का वर्तमान विकसित रूप वर्ष 1960 से आज तक लगाता नेटवर्किंग के विकास का परिणाम है 50 एवं 60k दशक में कंप्यूटर को आपस में जोड़ने के उद्देश्य से अमेरिका के रक्षा विकास नेdarpa प्रोजेक्ट की स्थापना की जिसका मुख्य लक्ष्य तकनीकी श्रेष्ठता को हासिल करना थाdarpa को प्रारंभ मेंarpa ke संक्षिप्त नाम से जाना गया। अक्टूबर 1962 मैं darpa औपचारिक रूप से कंप्यूटर नेटवर्किंग की रिसर्च में जुट गई।
यह दूसरे व्यक्तियों से आसानी से संपर्क बनाने की अनुमति देता है। इसके माध्यम से दुनिया में कहीं भी किसी से भी संपर्क बनाया जा सकता है। इंटरनेट पर डॉक्यूमेंट को प्रकाशित करने पर पेपर इत्यादि की बचत होती है। यह कंपनियों के लिए कीमती संसाधन है जिस पर वे व्यापार का विज्ञापन तथा लेन-देन भी कर सकते हैं। एक ही जानकारी को कई बार एक्सेस करने के बाद उसे पुनः सर्च करने में कम समय लगता है।
Tikeshwari sahu iti magarlod
उत्तर 1-
ReplyDelete(1) SAGE - semi automatic ground environment
(2) XNS - xerox network services
(3) VSNL - videsh sanchar nigam limited
(4) URL - Uniform Resources Locator
(5) ISP - Internet service provider
Dumesh kumar ITI MAGARLOD
उत्तर 2-
ReplyDelete(1) चार
(2) फरवरी 2004
(3) 24जनवरी 2004
(4) सर्च इंजन
(5) सर्च इंजन
Dumesh kumar ITI MAGARLOD
उत्तर 4,
ReplyDeleteईमेल अकाउंट बनाने के बाद यूजेस sign in कर सकता है अर्थात ईमेल अकाउंट को खोलें सकता है और अपनी ईमेल को देख सकता है इसके लिए यूजर को उस वेबसाइट के होम पेज पर जाना होगा जिस पर उसका ईमेल अकाउंट है जहांsign in करने के लिए एक डायलॉग बॉक्स वेब पेज पर प्रदर्शित होगा इसमें ईमेल टेस्ट बॉक्स मैं अपनी ईमेल आईडी तथा पासवर्ड एंटर करकेsign in बटन पर क्लिक करें।
यदि ईमेल आईडी तथा पासवर्ड सही है तो यूज़र की gmail email बॉक्सर खुल जाएगा इसके पश्चात नीम ना वीडियो प्रदर्शित होगी। इसके इसमें सामान्य बताएं पहले इनबॉक्स फोल्डर का कंटेंट अर्थात प्राप्त हुई ईमेल संदेशों की सूची दिखाई देगी जिसमें दिनांक भेजने वाले का नाम विषय आदि सूचनाएं होती है किसी संदेश को पढ़ने के लिए कर्सर को उस संदेश पर लाकर क्लिक करें जहां माउस प्वाइंटर हाथ के चिह्न में परिवर्तित हो जाता है।
Tikeshwari sahu iti magarlod
उत्तर क्रमांक 04 2 सर्च इंजन :- सर्च इंजन एक ऐसा साफ्टवेयर है जिसके द्वारा इंटरनेट से इच्छानुसार सूचनाओं को खोजा जाता है सबसे पहले सर्च इंजन का निर्माणMcGll University ने वर्ष 1990 में आरम्भ हुआ था जिसे WAUS तथा Gopher ने मिलकर आगे बढ़ाया। सर्च इंजन :- 1गूगल :- यह एक लोकप्रिय सर्च इंजन है जिसमें कई सारे फीचर्स उपलब्ध होते हैं। यह एक ऐसा फीचर होता है जो सबसे सम्भावित मैच को ढूंढने और उसे लोड करने के लिए सुविधा प्रदान करता है। 2 हाटबाट :- इस सर्च उसका प्रयोग वेब डाक्युमेण्टस को रिटीव एवं उन्हे इण्डेक्स करने के उद्देश्य से किया जाता है जिसके लिए यह सर्च इंजन एक रोबोट एवं वर्क स्टेशन्श के एक ई पैरेलल नेटवर्क का प्रयोग करता है।
ReplyDeleteउत्तर क्रमांक 3-
ReplyDeleteउत्तर (1)
पेजो या डाक्यूमेंट्स को हाइपरलिंक द्वारा इंटरकनेक्टेड किया जाता है और इन्हीं वेब पेज के समूह को वेबसाइट कहा जाता है।
Dumesh kumar
उत्तर (2)
डोमेन नेम सिस्टम के कार्य इंटरनेट के आईपी एड्रेस और नामों की सूचना रखना है।
जैसे ही कोई नाम कंप्यूटर से जुड़ने के लिए कहता है, तो सबसे पहले डोमेन नेम सिस्टम उस विशेष नाम का एड्रेस ढूंढता है और फिर उस आईपी ऐड्रेस के कंप्यूटर का इंटरनेट से संपर्क बनाया जाता है।
डोमेन नेम का प्रकार-
(1) जेनेरिक टॉप -लेवल डोमेन
(2) कंट्री कोड टॉप- लेवल डोमेन
Dumesh kumar ITI MAGARLOD
उत्तर क्रमांक 3-
ReplyDeleteउत्तर (3)
इंटरनेट पर किसी सरवरिया सेवा के नाम को व्यक्त करने वाला पता URL कहलाता है। एक निश्चित मापक है जो किसी सूचना हो इंटरनेट पर व्यक्त करता है ।
URLके 4 भाग होते हैं-
(1)प्रोटोकॉल, (2) सर्वर नेम, (3)फाइल नेम, (4)फाइल पाथ ।
Dumesh kumar
उत्तर (4)
7 कंट्री कोड के डोमेन नेम-
डोमेन नेम प्रयोग करने वाले देश
.af Afghanistan
.at Austria
.au Australia
.br Brazil
.ca Canada
.dk Denmark
.dz Algeria
Dumesh kumar
उत्तर (5)
ई-मेल में cc(Carbon Copy ) इस फीचर के द्वारा ई-मेल की कॉपी अर्थात कार्बन कॉपी को अन्य रिसिपिएंट्स को भेजा जाता है तथा रेसिपीएंट को यह सूचना दे दी जाती है, कि ईमेल एक कॉपी अन्य किन किन व्यक्तियों को भेज दी गई है।
Bcc(Blind Carbon Copy ) यहां फीचर में To तथा रेसिपीएंट को या नहीं पता होता है कि Bcc किन-किन यूजरों को भेजी गई है ।
ई-मेल में cc तथा बच्चे दोनों विकल्पों का प्रयोग वैकल्पिक होता है।
Dumesh kumar ITI MAGARLOD
Keshkumari borjha
ReplyDeleteAnswer no 1
1 SAGE Semi Automatic Ground Environment
2 XNS Xerox Network Services
3 VSNL Videsh Sanchar Nigam Limited
4 URL Uniform Resource Locator
5. ISP Internet Service Provider
Answer no 2
ReplyDelete1. 4
2. 2004
3. 24जनवरी 2004
4. सर्च डायरेक्ट्री
5 सर्च इंजन
Answer no 3
ReplyDelete1 वेबसाइट बहुत सारे वेबपेज के कलेक्शन को वेबसाइट कहते है। यह भी कह सकते है एक वेबसाइट या साइट एक ऐसा लोकेशन है जहां बहुत सारे वेबपेज को रखा जाता है।
उत्तर क्रमांक 03
ReplyDelete2डोमेन नेम डोमेन नेम सिस्टम का कार्य इंटरनेट के आईपी एड्रेस और नामो की सूचना रखना है। जैसे ही कोई नाम कंप्यूटर से जुड़ने के लिए कहता है, तो सबसे पहले डोमेन नेम सिस्टम उस विशेष नाम का एड्रेस ढूंढता है और फिर उस आईपी एड्रेस के कंप्यूटर का इंट से संपर्क बनाया जाता है।
उत्तर क्रमांक 03
ReplyDelete3 यूआरएल इंटरनेट पर किसी सर्वर या सेवा के नाम को व्यक्त करने वाला पता को यूआरएल कहते है। यूआरएल किसी सूचनाओं को इंटरनेट पर व्यक्त करता है।
यूआरएल के 4 भाग होते है।
उत्तर क्रमांक 03
ReplyDelete4. .com(commercial)
.org(organization)
.net(Network)
.gov(government)
.edu(education)
.biz(business)
.info(information)
उत्तर क्रमांक 4-
ReplyDeleteउत्तर (1)वीडियो चैटिंग को वीडियो कॉलिंग या वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग भी कहते हैं लोगों के मध्य वीडियो एवं ध्वनि के दोनों और किए जाने वाले ट्रांसमिशन की सुविधा देता है यह तकनीक भौगोलिक रूप से एक-दूसरे से काफी दूरी पर बैठे दो या दो से अधिक लोगों के मध्य वर्चुअल मीटिंग को संभव बनाती है ।
अंतर संस्था मीटिंग दुरस्त विशेषज्ञों से मेडिकल विचारों/ सुझाव को प्राप्त करने में एवं अन्य एप्लीकेशन के लिए किया जा सकता है।
वीडियो चैटिंग के तरीके-
(1) पॉइंट -टू- पॉइंट (point to point )या दो एंड-प्वाइंट्स के मध्य होती है।
मल्टी-पाइंट( Multi Point )यहां दो या दो से अधिक एंड-प्वाइंट्स के मध्य होती है।
Dumesh kumar ITI MAGARLOD
उत्तर क्रमांक 03
ReplyDelete5 BCC का मतलब है ब्लाइंड कार्बन कॉपी
Cc का मतलब ग्रुप ईमेल भेजने है जबकि
Bcc उनकी पहचान छुपाती है जिन लोगो
को ग्रुप में ईमेल भेजा जाता है।
उत्तर क्रमांक 4-
ReplyDeleteउत्तर (2)
सर्च इंजन सर्च इंजन एक ऐसा सॉफ्टवेयर जिसके द्वारा इंटरनेट से इच्छा अनुसार सूचनाओं को सर्च इंजन किया जाता है। और जिसके द्वारा सर्च किया जाता है उसे सर्च इंजन कहते हैं।
(1)याहूYahoo ! यहां बेसिक रूप से एक डायरेक्टरी है। जिसे Yahoo !Search, Yahoo !Web Search के नाम से जाना जाता है। याहू को 1995 में प्रारंभ किया गया था । याहू google और Bing के बाद सबसे अधिक सर्च किया जाने वाला सर्च इंजन है।
याहू सतीश भाई जैसी ईमेल अकाउंट रिजल्ट स्पेसिफिक लोगों को खोजने के लिए सर्च, साइट रिव्यूज (Site Riviews )और न्यू पेज(News page ) प्रदान करता है।
(2)गूगलGoogle - यह एक लोकप्रिय सर्च इंजन है जिसमें कई सारे अद्वितीय फीचर्स उपलब्ध होते हैं । इसमें एक ऐसा विचार होता है । जो सबसे संभावित मैच को ढूंढने और उसे लोड करने के लिए ऑटोमेटिक सुविधा प्रदान करता है । यही कारण सर्च इंजन को लोकप्रिय बनाता है।
Dumesh kumar ITI MAGARLOD
उत्तर क्रमांक 04 3 वेब ब्राउज़र :- इंटरनेट का निर्माण करने के साथ वेब ब्राउज़र का भी निर्माण किया गया। इंटरनेट पर वेब ब्राउज़र के माध्यम से ही हम अपनी इच्छा अनुसार सूचनाएं प्राप्त कर लेते हैं।
ReplyDeleteवेब ब्राउज़र एक ऐसा साफ्टवेयर होता है जो इंटरनेट सुविधाओं का प्रयोग करने के काम आता है। वेब ब्राउज़र :- 1 मोज़िला फ़ायरफ़ॉक्स :- यह एक ओपन सोर्स वेब ब्राउज़र हैं जिसे विण्डोज xp तथा लाइनक्स आपरेटिंग सिस्टम के साथ साथ मोबाइल डिवाइसों पर इंटरनेट उपयोग करने के लिए बनाया गया है। थीम्स टैब्स किसी शब्द को ढूंढने के लिए सर्चिग जैसी सुविधाएं उपलब्ध होती है। 2 इंटरनेट एक्सप्लोरर :- इंटरनेट एक्सप्लोरर लोकप्रिय वेब ब्राउज़र हैं जिसका निर्माण माइक्रो साफ्ट कम्पनी द्धारा किया गया है। इंटरनेट एक्सप्लोरर विण्डोज और मैकिनटोश आपरेटिंग सिस्टम के सभी संस्करणों में उपयोगी है।
उत्तर क्र.1
ReplyDelete1.sage - semi automatic ground environment
2.xns - Xerox network services
3.vsnl - videsh sanchar nigam limited
4.url - uniform resource locator
5.isp - internet service provider
उत्तर क्र.2
1. 4 2. 2004 3. 24/01/2004
4. Search engine 5. Search engine
उत्तर क्र.3
1. पेजिज या डॉक्यूमेंट को हाइपरलिंक द्वारा इंटरकनेक्ट किया जाता है। इंटरकनेक्टेड पेजिज को वेब पेजिज कहा जाता है और इन्ही वेब पेजिज के समूह को वेबसाइट कहा जाता है।
2. डोमेन नाम सिस्टम एक प्रकार के बड़े कंप्यूटर होते हैं, जिनका कार्य इंटरनेट के आई पी एड्रेस और नामों की सूचना रखना है।
यह मुख्य रूप से दो प्रकार के होते हैं ।
3. इंटरनेट पर किसी सर्वर या सेवा के नाम को व्यक्त करने वाला पता url कहलाता है। और इसे 4 भागों में बांटा गया है । प्रोटोकॉल, सर्वर नेम, फ़ाइल नेम, फ़ाइल पाथ।
4. 1 .ac - ascension island
2. .At - Austria
3. .af- afganistan
4. .br- brazil
5. .ca- canada
6. .ht- haiti
7. .es- spain
5. कॉर्बन कॉपी के में भेजने वाले को बताया जाता है कि इसे और किस किस को भेजा जा रहा है।
ब्लाइंड कॉर्बन कॉपी में प्राप्त करता को यह पता नई चलता कि किसे किसे भेजा जा रहा है।
उत्तर क्र.4
1. वीडियो चैटिंग आप अपने मोबाइल से भी कर सकते हैं और इसमें जरूरी नही की आप आमने सामने ही हों आप कोसों दूर से भी वीडियो चैटिंग कर सकते हैं इसे आप वीडियो कॉलिंग भी कह सकते है । यह दूरस्थ लोगो के बीच ध्वनि और वीडियो के दोनों तरफ किये जाने वाले ट्रांसमिशन की सुविधा देता है ।
और इसके लिए जरूरी है कि दोनों पक्ष में कैमरा वाला फोन हो या कंप्यूटर हो तभी आप वीडियो चैटिंग या वीडियो कॉलिंग कर सकते हैं।
2. सर्च इंजन एक ऐसा सॉफ्टवेयर है जिसके द्वरा इंटरनेट से इच्छानुसार कुछ भी सूचनाओं को खोजा जा सकता है। इसके दो सर्च इंजन इस प्रकार हैं-
१.गूगल सबसे लोकप्रिय सर्च इंजन आज के युग मे माना जाता है जिसमे की कई सारे फीचर्स उपलब्ध होते हैं ।
२. याहू यह बेसिक रूप से एक डायरेक्टरी है ।यह वेब की डायरेक्टरी या सब्जेक्ट कैटेलॉग के साथ ऑर्गेनाइजेड होती है , जो ब्राउजर और सर्च की जा सकती है ।
उत्तर 3-
ReplyDeleteवेब ब्राउज़िंग सॉफ्टवेयर को ब्राउज़र यावे फ्लाइंग भी कहा जाता है। जो माइक्रोसॉफ्ट कॉरपोरेशन एवं कई अन्य कंपनियों द्वारा
मुफ्त में प्रदान किया जाता है। इन वेब ब्राउजर सॉफ्टवेयर का प्रयोग वर्ल्ड वाइड वेब में नेविगेट करने एवं वेबपेजेस को देखने हेतु किया जाता है।
(1) गूगल क्रोम-,एक फ्रीवेयर वेब ब्राउज़र है , जिसे गूगल कंपनी द्वारा बनाया गया है। इस वेब ब्राउज़र में बुकमार्क्स तथा सेटिंग सिकरोनाइजेशन , वेब स्टैंडर्ड सपोर्ट , सिक्योरिटी, मालवीय ब्लैंकिंग , तेज गति से इंटरनेट एक्सेस" आकर्षक यूजर इंटरफेस , डेस्कटॉप , शॉर्टकट एप्स ऑटोमेटिक वेब पेज ट्रांसलेशन ऑफ कलर मैनेजमेंट के साथ-साथ अन्य सभी परंपरागत विशेषताएं भी उपलब्ध है।
(2) इंटरनेट एक्सप्लोरर - इंटरनेट एक्सप्लोरर एक लोकप्रिय ब्राउज़र है , जिसका निर्माण माइक्रोसॉफ्ट कंपनी द्वारा किया गया है। इंटरनेट एक्सप्लोरर विंडो और मैकिनटोशऑपरेटिंग सिस्टम के सभी संस्करणों में उपयोगी होता है।
Dumesh kumar ITI MAGARLOD
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